चाहे महिला हों या पुरुष बच्चे हों या बुजुर्ग, जननांगों की स्वच्छता बनाए रखना सभी के लिए बेहद जरूरी होता है. महिलाओं की बात करें तो आमतौर पर उनमें जननांगों को स्वच्छ रहने की आदत पुरुषों के मुकाबले ज्यादा देखी जाती है या यह कहना भी सही होगा कि उन्हें बचपन से ही इस बारे में जागरूक किया जाता या सिखाया जाता है. लेकिन पुरुषों में आमतौर पर इस आदत की कमी देखी जाती है. ऐसा नहीं है कि लड़कों को बचपन में शिश्न ( लिंग ) की सफाई के बारें में बताया नहीं जाता हैं. लगभग सभी लड़कों को बचपन में सिखाया जाता है की लिंग की ऊपरी चमड़ी को हटाकर उसे पानी से साफ किया जाता है. लेकिन फिर भी बड़ी संख्या में कम या ज्यादा आयु वाले पुरुष कभी आलस के कारण, ज्यादा जानकारी ना होने के चलते या फिर कई बार बहुत ज्यादा व्यस्तता के नाम पर लिंग व उसके आसपास की जरूरी सफाई का ध्यान नहीं रखते हैं. इस तरह की लापरवाही सिर्फ युवाओं में नहीं देखी जाती है बल्कि कई बार पढ़े-लिखे जागरूक वयस्क भी इस तरह की गलतियां करते रहते हैं.
कौन सी समस्याएं कर सकती हैं परेशान
लखनऊ के एंड्रोलॉजिस्ट डॉ मनोज सिंह बताते हैं कि आमतौर पर लोगों को लगता है कि महिलाओं में जननांगों की स्वच्छता के अभाव में बीमार होने की आशंका ज्यादा रहती है. लेकिन पुरुषों में भी इस कारण से कई समस्याओं के होने की आशंका होती हैं , जिनमें से कुछ गंभीर भी हो सकती हैं. पुरुषों में एक समस्या जो स्वच्छता के अभाव में सबसे ज्यादा नजर आती है वह है लिंग के अग्रभाग और ऊपरी चमड़ी के बीच स्मेग्मा का इकठ्ठा होना तथा जम जाना, जो कई प्रकार की समस्याओं का कारण बन सकता है.
दरअसल स्मेग्मा पुरुषों के जननांग से होने वाले गाढ़े मलाईदार स्राव को कहते हैं, जो तेल, मृत त्वचा, मयूसीन व अन्य प्रकार के फ़्लयूएड से बनता है तथा सामान्य तौर पर लिंग की ऊपरी त्वचा को हटाने वा अन्य कार्यों में प्राकृतिक ल्यूब्रिकेंट का कार्य करता हैं. Smegma का स्राव कोई रोग नहीं बल्कि एक प्राकृतिक क्रिया है. लेकिन यदि स्मेग्मा नियमित रूप से साफ ना हो तो यह लिंग के अग्रभाग तथा उसकी ऊपरी त्वचा के बीच एकत्रित हो कर जमने और सख्त लगता है. ऐसे में ना सिर्फ संक्रमण की बल्कि लिंग के अग्रभाग में दर्द, सूजन या अन्य परेशानियों के होने की आशंका बढ़ जाती है. जैसे कई बार समस्या बढ़ जाने पर लिंग की ऊपरी चमड़ी के पेशाब करने तथा शारीरिक संबंधों के दौरान खुलने के समय ज्यादा परेशानी भी हो सकती है. ऐसे में कई बार बैलेनाइटिस आदि संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है.
लिंग का खतना और उसकी सफाई ...
डॉ मनोज बताते हैं कि कई लोग जिनके लिंग की ऊपरी त्वचा खतना ( Khatana effects on penis ) या किसी चिकित्सीय कारण से हटा दी गई हो, उन्हें लगता है कि उन्हे स्मेग्मा के जमने या उसके कारण से होने वाली समस्याओं के होने का खतरा नहीं होता है. यह सच है कि ऐसे लोगों को स्मेग्मा के एकत्रित होने या जमने जैसी तथा अन्य संबंधित समस्याओं के होने का खतरा अपेक्षाकृत कम होता है लेकिन ऐसा नहीं है कि उन्हे नियमित रूप से जननांग की सफाई ( Penis Cleaning ) करने की जरूरत नहीं है या उन्हे इसके कारण अन्य रोग या समस्याएं नहीं हो सकती हैं.
लिंग को साफ करने का सही तरीका : Right Way To Clean Penis
डॉ मनोज बताते हैं स्मेग्मा कई बार हल्का बदबूदार या परतदार हो सकता है. जो आम बात है तथा इसका रंग हल्का बदलना भी किसी खास बीमारी का लक्षण नहीं होता है. लेकिन यदि लिंग से दुर्गंध बढ़ने लगे तो यह जरूरी सफाई के ना होने के कारण लिंग की ऊपरी चमड़ी और लिंग के मुख (अग्रभाग) के बीच स्मेग्मा के ज्यादा मात्रा में इकठट्ठे होने का या जमने का लक्षण हो सकता है. जो बाद में कई रोग या समस्याओं का कारण भी बन सकता है जैसे बैलेनाइटिस, फाइमोसिस, बैक्टीरियल संक्रमण, ग्रोइन संक्रमण या अन्य प्रकार के क्रोनिक फंगल संक्रमण आदि.
डॉ मनोज के अनुसार लिंग को दिन में सिर्फ एक बार पानी से धो लेना ही काफी नहीं होता है. वहीं बहुत जरूरी है कि सफाई के दौरान लिंग व वृषण की सुरक्षा का ध्यान रखा जाए. दरअसल पुरुषों में लिंग व वृषण बहुत कोमल अंग होते हैं जो हल्की चोट लगने पर भी चोटिल हो सकते हैं. इसलिए जननांगों की स्वच्छता बनाए रखने के साथ ही इस बात का ध्यान रखना भी जरूरी है कि सफाई कैसे की जा रही है. हमारे विशेषज्ञ के अनुसार पुरुषों में जननांग की सफाई के दौरान ध्यान देने वाली जरूरी बातें इस प्रकार हैं.
सिर्फ नहाते समय नहीं बल्कि...
सभी पुरुषों को रोजाना ना सिर्फ नहाते समय नहीं बल्कि पेशाब करने के बाद भी अपने लिंग को साफ पानी से धोना चाहिए. वहीं ऐसे लोग जिनकी लिंग के ऊपर त्वचा है उन्हे हमेशा ऊपर की त्वचा को हटाकर या पीछे की तरह थोड़ा खींच कर लिंग को पानी से धोना चाहिए. दिन में कम से कम एक बार हल्के गुनगुने पानी से लिंग की ऊपरी त्वचा को हटाकर धोना चाहिए. लिंग तथा उसके आसपास के क्षेत्र को सामान्य साबुन की मदद से भी धोया जा सकता है. खासतौर पर गर्मियों में ज्यादा पसीने कारण होने वाली समस्याओं से बचने के लिए जननांग को धोने के लिए साबुन का प्रयोग फायदेमंद रहता है . लेकिन ध्यान रहें कि साबुन खुशबूदार, मेडिकेटेड या तेज रसायन वाला ना हो.
शारीरिक संबंध बनाने से पहले और बाद सफाई जरूरी
संभोग या शारीरिक संबंध बनाने से पहले इस बात का ध्यान रखें कि लिंग तथा उसके आसपास का हिस्सा साफ हो, तथा संभोग के बाद भी लिंग को अच्छे से धोना जरूरी होता है. दरअसल जो पुरुष शारीरिक संबंधों के दौरान स्वच्छता का ध्यान नहीं रखते हैं उनमें ना सिर्फ संक्रमण होने की आशंका रहती हैं बल्कि ऐसे में कई बार संभोग के उपरांत पुरुष को महिला साथी से कैंडिडिआसिस जैसे यौन संचारित संक्रमण या अन्य प्रकार के संक्रमण होने की आशंका भी ज्यादा रहती है. कुछ और जरूरी बातें इस प्रकार हैं...
- हमेशा धुले हुए, साफ तथा कम कसे हुए अंडरवियर ही पहनने चाहिए.
- कभी भी गंदे अंडरगारमेंट या दूसरों के अंडरगारमेंट नहीं पहनने चाहिए.
- अंडरवियर को कभी भी एक दिन से ज्यादा ना पहने. अंडर गारमेंट्स को रोजाना बदलना बेहद जरूरी होता है.
- नहाने के बाद, जननांग क्षेत्र को मुलायम तौलिए या सूती कपड़े से रगड़-रगड़ कर नहीं बल्कि बेहद हल्के हाथ से अच्छी तरह से सुखाकर ही अंडरवियर पहनना चाहिए. इससे नमी के जमा रहने या जननांगों में चोट लगने का जोखिम कम होता है.
- गर्मी के मौसम में जननांग की सफाई का विशेष ध्यान रखें, क्योंकि इस समय ज्यादा पसीना आने के कारण कुछ अन्य समस्याओं के होने का खतरा भी सकता है.
- जननांग के बालों को हटाने के लिए किसी रसायन युक्त क्रीम का उपयोग या वैक्सिंग नहीं करवानी चाहिए. ऐसा करना कई बार बड़े गंभीर प्रभाव भी दे सकता है. जननांग के बालों को हटाने का सबसे सुरक्षित तरीका कैंची से उन्हे ट्रिम करना है. लेकिन ध्यान रखें कि ऐसा बहुत सावधानी के साथ करना चाहिए जिससे कैंची से अंगों को नुकसान ना पहुंच सके.
बचपन से डाले लड़कों में स्वचछता की आदत
डॉ मनोज बताते हैं कि लड़कों को बचपन के ही सिर्फ उनके जननांग ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण शारीरिक स्वच्छता बनाए रखने की अहमियत व जरूरत दोनों के बारें में जागरूक करना चाहिए. लेकिन साथ ही उन्हे इस बारे में भी जागरूक करना चाहिए कि जननांग या जिन्हे गुप्तांग भी कहा जाता है, में कोई भी समस्या महसूस होने पर किसी से बात करने या चिकित्सक को दिखाने में संकोच ना करें. कई बार बहुत से पुरुष शर्म या झिझक के कारण किसी परेशानी के लक्षण नजर आने के बाद उसे अनदेखा करते रहते हैं.
समस्या हमेशा इलाज से ही ठीक होती है इसलिए बहुत जरूरी है कि लक्षण के नजर आते ही चिकित्सक को दिखाया जाय जिससे समस्या के बढ़ने से रोका जा सके तथा उसका समय से निवारण किया जा सके. खास तौर पर यदि लिंग की नोक में खुजली, लाली, सूजन या लिंग की ऊपरी त्वचा के पीछे हटने में परेशानी हो रही हो, वृषण में जख्म या ऐसे पैच बन रहे हों जहां ना सिर्फ त्वचा का रंग बदल रहा हो, बल्कि वहां खुजली, जलन या दर्द हो रहा हो, वृषण में हल्का या ज्यादा दर्द हो या सूजन लग रही हो, पेशाब करने या शारीरिक संबंध बनाने के दौरान लिंग में दर्द या अन्य समस्या हो रही हो, आदि तो तत्काल चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए. Genital Hygiene in Men . Men Genital Hygiene Tips . Penis Hygiene Tips . Penis Cleaning Tips .
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