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अमेरिका : मॉडर्ना के कोविड वेरिएंट वैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल शुरू - स्वास्थ्य

कोविड वेरिएंट के खिलाफ मॉडर्ना कंपनी ने वैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल शुरू किया है। यह कोरोनावायरस वेरिएंट बी.1.351 के खिलाफ लड़ने में मदद करेगा। पहले चरण के नैदानिक परीक्षण के लिए अमेरिका के चार क्लिनिकल रिसर्च साइट्स पर 210 स्वस्थ वयस्क स्वयंसेवकों को शामिल किया गया है।

Trial of first vaccine of COVID variant begins
कोविड वेरिएंट के पहले वैक्सीन का ट्रायल शुरू
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Published : Apr 1, 2021, 5:28 PM IST

अमेरिका में मॉर्डर्ना की इंवेस्टिगेशनल वैक्सीन का मूल्यांकन करने के लिए पहले चरण के नैदानिक परीक्षण की शुरुआत हो चुकी है। इसे कोरोनावायरस वेरिएंट बी.1.351 के खिलाफ सुरक्षा देने के लिए डिजाइन किया गया है। नेशनल इंस्टीट्यूट्स ऑफ हेल्थ (एनआईएच) ने इसकी घोषणा की है। बुधवार को हुई इस घोषणा के हवाले से सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा, इस परीक्षण का नेतृत्व और वित्तपोषण नेशनल एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिजीज (एनआईएआईडी) द्वारा किया जा रहा है, जो एनआईएच का एक भाग है। परीक्षण में एमआरएनए-1273.351 के नाम से जाने जाने वाले वैक्सीन का वयस्क स्वयंसेवकों में सुरक्षा और प्रतिरक्षण क्षमता का मूल्यांकन किया जाएगा।

एनआईएच के मुताबिक, इस परीक्षण में अमेरिका के चार क्लिनिकल रिसर्च साइट्स पर 210 स्वस्थ वयस्क स्वयंसेवकों को शामिल किया गया है।

पढे़:कोविड-19 टीकों के बीच समय अंतराल क्यों हैं जरूरी, जानें!

एनआईएआईडी के निदेशक एंथनी फाउची ने अपने बयान में कहा है, "दक्षिण अफ्रीका में पहले पाए गए वेरिएंट बी.1.351 सार्स-कोव-2 के होने का पता अमेरिका के कम से कम नौ राज्यों में लगा है। प्रारंभिक आंकड़ों से पता चला है कि अमेरिका में फिलहाल मौजूद कोविड-19 वैक्सीन को सार्स-कोव-2 वेरिएंट्स के खिलाफ पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए, लेकिन अधिक सावधानी को ध्यान में रखकर एनआईएआईडी ने मॉर्डना के साथ अपनी साझेदारी को जारी रखा है, ताकि इस वेरिएंट वैक्सीन का मूल्यांकन किया जा सके।"

(आईएएनएस)

अमेरिका में मॉर्डर्ना की इंवेस्टिगेशनल वैक्सीन का मूल्यांकन करने के लिए पहले चरण के नैदानिक परीक्षण की शुरुआत हो चुकी है। इसे कोरोनावायरस वेरिएंट बी.1.351 के खिलाफ सुरक्षा देने के लिए डिजाइन किया गया है। नेशनल इंस्टीट्यूट्स ऑफ हेल्थ (एनआईएच) ने इसकी घोषणा की है। बुधवार को हुई इस घोषणा के हवाले से सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा, इस परीक्षण का नेतृत्व और वित्तपोषण नेशनल एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिजीज (एनआईएआईडी) द्वारा किया जा रहा है, जो एनआईएच का एक भाग है। परीक्षण में एमआरएनए-1273.351 के नाम से जाने जाने वाले वैक्सीन का वयस्क स्वयंसेवकों में सुरक्षा और प्रतिरक्षण क्षमता का मूल्यांकन किया जाएगा।

एनआईएच के मुताबिक, इस परीक्षण में अमेरिका के चार क्लिनिकल रिसर्च साइट्स पर 210 स्वस्थ वयस्क स्वयंसेवकों को शामिल किया गया है।

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एनआईएआईडी के निदेशक एंथनी फाउची ने अपने बयान में कहा है, "दक्षिण अफ्रीका में पहले पाए गए वेरिएंट बी.1.351 सार्स-कोव-2 के होने का पता अमेरिका के कम से कम नौ राज्यों में लगा है। प्रारंभिक आंकड़ों से पता चला है कि अमेरिका में फिलहाल मौजूद कोविड-19 वैक्सीन को सार्स-कोव-2 वेरिएंट्स के खिलाफ पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए, लेकिन अधिक सावधानी को ध्यान में रखकर एनआईएआईडी ने मॉर्डना के साथ अपनी साझेदारी को जारी रखा है, ताकि इस वेरिएंट वैक्सीन का मूल्यांकन किया जा सके।"

(आईएएनएस)

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