सिर की त्वचा से गंदगी को दूर करने तथा बालों को स्वस्थ बनाए रखने मैं शैंपू की अहम भूमिका होती है. बाजार में अलग-अलग कंपनियों के कई प्रकार के शैम्पू मिलते हैं जिनमें से कुछ हर्बल होते हैं कुछ केमिकल युक्त होते हैं कुछ ट्रीटमेंट के लिए इस्तेमाल में आने वाले तथा ड्राई शैंपू आदि. लेकिन शैंपू का एक प्रकार है जिसके बारे में ज्यादातर लोगों को जानकारी नहीं है वह है क्लेरिफाइंग शैंपू (clarifying shampoo). क्या है क्लेरिफाइंग शैंपू तथा यह किस तरह से बालों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकता है आइए जानते हैं
क्या है क्लेरिफाइंग शैंपू
डर्मेटोलॉजिस्ट डॉक्टर आशा सकलानी बताते हैं कि क्लेरिफाइंग शैंपू में डिटर्जेंट क्वालिटीज पाई जाती है. यानी में ज्यादा मात्रा में रसायनिक तत्व पाए जाते हैं. लेकिन वे रसायनिक तत्व बालों की समस्याओं को लेकर ज्यादा प्रभावी होते हैं. वह बताती है कि हालांकि क्लेरिफाइंग शैंपू सामान्य शैंपू के मुकाबले बालों से समस्याओं को दूर रखने में ज्यादा कारगर होते हैं, लेकिन इनका जरूरत से ज्यादा उपयोग बालों तथा सिर की त्वचा को नुकसान भी पहुंचा सकता है.
वह बताती है कि हवा में मौजूद प्रदूषण और गंदगी के चलते बालों के टूटने और उन में रूसी जैसी कई समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं. साथ ही ऐसे इलाकों में जहां कठोर प्रवत्ती वाला पानी यानी हार्ड वाटर पाया जाता है उन क्षेत्र में रहने वाले लोगों में भी आमतौर पर बालों में समस्याएं नजर आती है.
यही नही आजकल ज्यादातर अपार्टमेंट में पानी की सप्लाई टैंकर से होती है जिनमें ज्यादातर क्लोरीन या अन्य रसायन मिलाए जाते हैं, जो बालों को काफी नुकसान पहुंचा सकते हैं. ऐसे में क्लेरिफाइंग शैंपू का इस्तेमाल काफी फायदेमंद होता है. दरअसल क्लेरिफाइंग शैंपू में सोडियम लॉरिल सल्फेट जैसे कई तत्व मिलते हैं जो सिर की त्वचा को गंदा होने से बचाते हैं साथ ही बालों को साफ और मजबूत रखने का कार्य भी करते हैं.
क्लेरिफाइंग शैंपू का इस्तेमाल करते समय ध्यान देने वाली बातें
डॉ सकलानी बताती है कि क्लेरिफाइंग शैंपू का इस्तेमाल विशेषज्ञ से सलाह के बाद ही करना चाहिए. क्योंकि इसमें कठोर रसायनों का उपयोग किया जाता है जो बिना जरूरत और रोजमर्रा में इस्तेमाल किए जाने पर सिर की त्वचा तथा बालों को नुकसान भी पहुंचा सकता है. साथ ही इसका ज्यादा इस्तेमाल सर की त्वचा तथा बालों में पाए जाने वाले प्राकृतिक तेलों को भी नुकसान पहुंचा सकता है. सप्ताह में एक बार क्लेरिफाइंग शैंपू का उपयोग आदर्श माना जाता है लेकिन चिकित्सक की सलाह पर इसे सप्ताह में दो बार भी इस्तेमाल किया जा सकता है लेकिन इससे ज्यादा नही. इसके अलावा हर बार क्लेरिफाइंग शैंपू का इस्तेमाल करने के बाद कंडीशनर का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए.
ऐसे क्षेत्र जहां पानी खारा हो, वहाँ के लोगों को क्लेरिफाइंग शैंपू के इस्तेमाल से बचना चाहिए, क्योंकि खारे पानी के साथ क्लेरिफाइंग शैंपू का उपयोग बालों को नुकसान पहुँचा सकता है.