इंदौर की पोषण विशेषज्ञ (Nutritionist) डॉ. संगीता मालू (Dr Sangeeta Malu) बताती हैं कि कई बार, चिकित्सक विशेष परिस्तिथ्यों में कुछ विशेष प्रकार के आहार से परहेज, उनकी मात्रा पर नियंत्रण या उनके सेवन में कमी करने की सलाह देते हैं क्योंकि वे शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं. लेकिन बहुत जरूरी है की सामान्य परिस्थितियों में भी लोगों को अपने प्रतिदिन के सामान्य आहार में पोषण की मात्रा का विशेष ध्यान रखना चाहिए और किसी विशेष प्रकार के आहार या पौष्टिक तत्व को जरूरत से ज्यादा सेवन करने से बचना चाहिए, क्योंकि कई बार जरूरत से ज्यादा पोषण या पौष्टिक तत्वों का सेवन भी स्वास्थ्य को नुकसान पहुंच सकता है.
शरीर को नुकसान पहुँचाने वाले तत्व तथा उनके नुकसान इस प्रकार हैं.
चीनी/शुगर
मीठा खाना किसे पसंद नहीं होता है, लेकिन यदि खाने में मीठे की मात्रा जरूरत से ज्यादा बढ़ जाये तो यह नुकसान दायक साबित हो सकता है. ज्यादा मीठा मधुमेह की समस्या का कारण तो बनता ही है साथ ही यह आपकी इम्यूनिटी को कमजोर बनाता है. इसके अतिरिक्त इसके चलते फैटी लिवर, यारदाश्त में कमी, त्वचा पर दाने या एग्जिमा, मुहांसे और समय से पहले झुर्रियां पड़ने की समस्या, ह्रदय रोग, उच्च रक्तचाप और बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है.
ट्रांस और सैचुरेटेड फैट
ट्रांस फैट और सैचुरेटेड फैट को स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़ा खतरा माना जाता है क्योंकि इसके ज्यादा मात्रा में सेवन से न सिर्फ शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है, बल्कि गुड कोलेस्ट्रॉल भी कम होता है, जिससे ओबेसिटी यानी मोटापा, टाइप-2 डायबिटीज (Type-2 Diabetes) तथा ह्रदय रोग सहित बहुत सी समस्याएं होने का खतरा बढ़ जाता है. ट्रांस फैट और सैचुरेटेड फैट के जोखिमों की अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (American Heart Association) भी पुष्टि करता है.
आयरन
शरीर में आयरन की ज्यादा मात्रा भी नुकसानदायक हो सकती है. आपके शरीर को हीमोग्लोबीन बनाने के लिए आयरन की जरूरत होती है. हीमोग्लोबीन आपके रक्त का वह हिस्सा है, जो सभी कोशिकाओं तक ऑक्सीजन पहुंचाता है. लेकिन जब शरीर में आयरन बहुत ज्यादा होता है तो हीमोक्रोमाटोसिस होने की आशंका बढ़ जाती है, जो लिवर और हृदय को नुकसान पहुंचा सकता है. इसके अतिरिक्त आयरन की अधिकता के चलते व्यक्ति में डायबीटीज, ऑर्थराइटिस जैसी बीमारियां भी हो सकती हैं.
प्रोटीन
भोजन में प्रोटीन की मात्रा बढ़ाने से कार्बोहाइड्रेट का अब्सॉर्प्शन (absorption) कम हो जाता है, जिससे शरीर को फाइबर भी कम मिलता है और कब्ज की समस्या हो जाती है. वहीं किडनी की समस्या से ग्रस्त लोगों में यह समस्या गंभीर हो जाती है. प्रोटीन के मेटाबॉलिज्म से निकलने वाले व्यर्थ पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में शरीर को परेशानी होती है. वहीं साल 2013 में लॉनिस डेलीमैरिस के नेतृत्व में हुई एक स्टडी बताती है कि हाई प्रोटीन डाइट का अत्यधिक सेवन हमारी हड्डियों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है.
सोडियम
सोडियम की अधिकता आपको सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाती है. शरीर में सोडियम की मात्रा ज्यादा होने से आपको हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट डिजीज और स्ट्रोक का खतरा रहता है. इसके अलावा ये आपकी हड्डियों को भी कमजोर करता है क्योंकि, इससे कैल्शियम लॉस (Loss) होता है. इंटरनेशनल जर्नल ऑफ एपिडेमायलॉजी (International Journal of Epidemiology) में प्रकाशित एक अध्ययन में भोजन में नमक की अधिक मात्रा और मौत के खतरे के बीच सीधा संबंध होने की पुष्टि हुई है.
नाइट्रेट्स (Nitrates)
नाइट्रेट्स दरअसल रासायनिक कम्पाउंड्स होते हैं, जिन्हें न्यूट्रिएंट की श्रेणी में भी रखा जाता है. लेकिन किसी भी प्रकार के ऐसे आहार में जिसमें नाइट्रेट की मात्रा ज्यादा होती है का ज्यादा मात्रा में सेवन करने से सिरदर्द, एब्डॉमिनल क्रैम्प, हृदय गति के बढ़ने और उबकाई आने की समस्या जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं.
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