तीखी पानीपूरी, चटपटी तीखी चाट, मिर्ची की चटनी और सादे से सादे खाने पर भी ऊपर से लगा लालमिर्च का तड़का. मुंह में पानी आया ना! चाहे आंखों और नाक से कितना भी पानी निकले और चाहे जीभ कितनी भी जले मिर्ची के मुरीदों के लिए उससे बेहतरीन जायका कोई और नहीं होता. खास तौर पर हम भारतीयों का खाना बगैर मिर्च के पूरा माना ही नहीं जाता है. उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम, सभी जगह हमारे मसालेदानी में लाल मिर्च पाउडर और सलाद की थाली में मिर्च जरूरी होती है.
मिर्ची का उत्पादन हमारे देश में सबसे ज्यादा आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, पश्चिमी बंगाल तथा ओडिसा में होता है. लेकिन ये मिर्ची सिर्फ हमारे खाने के स्वाद को ही नहीं बढ़ाती है, बल्कि हमारी उम्र भी बढ़ाती है. वैज्ञानिक शोधों ने इस बात की पुष्टि की है कि नियमित तथा आवश्यक मात्रा में मिर्च के सेवन से हमारे स्वास्थ्य को काफी सकारात्मक लाभ मिलते हैं. मिर्ची के हमारे स्वास्थ पर फायदों को लेकर ETV भारत सुखीभवा टीम ने आयुर्वेद में पीएचडी तथा विशेषज्ञ डॉ. रंगनायकुलु से बात की.
क्या हैं मिर्च और मसालों के फायदे
डॉ. रंगनायकुलु बताते है की जब हम मिर्च का सेवन करते हैं, तो हमारे मुंह में होने वाली जलन को दूर करने के लिए हमारे मुंह में सलाइवा या थूक बनने लगता है, जो हमारे मुंह तथा जबान से मिर्च की जलन को दूर भगाने का कार्य करता हैं. लेकिन यही प्रक्रिया हमारे पेट में भी होती है, जब हम मिर्च का सेवन करते हैं. यानि हमारे शरीर में हानि पहुंचाने वाले तत्वों को भी शरीर में पाये जाने वाले द्रव्य इसी तरह से बाहर निकलते है. इन द्रव्यों को बनाने में मसाले बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
दरअसल मिर्ची विशेषकर हरी मिर्ची पोषक तत्वों जैसे विटामिन ए, बी6 व सी, आयरन, पोटैशियम, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होती है. यही नहीं इसमें बीटा कैरोटीन, क्रिप्टोक्सैथिन तथा लुटेन जॅक्सइनथिन जैसे स्वास्थ्यवर्धक तत्व मिलते हैं. मिर्ची एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर होती है, साथ ही इसमें डाइटरी फाइबर्स प्रचूर मात्रा में मिलते हैं. यहीं नहीं मिर्ची मूड बूस्टर के रूप में भी जानी जाती हैं. साथ ही इसमें एंटी बैक्टीरियल गुण भी पाएं जाते हैं.
कुल मिलकर खाने में मिर्ची की उपस्थिती हमारे रक्तचाप, दिमाग, त्वचा, दिल, हड्डियों और आंखों के लिए स्वास्थ्यकर होती हैं. यह वजन घटाने में मददगार होने के साथ ही हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाती है. वैज्ञानिक तथा शोधकर्ता यह भी मानते हैं की मिर्ची हमारी आयु को लंबा करती है, बशर्ते उसका सेवन निर्धारित मात्र में किया जाये. मिर्च तथा उसमें पाये जाने वाले तत्त्व हमारे शरीर में पाये जाने वाले जीवित तंतुओं एपोप्टोसिस के विघटन तथा उनके पुनर्निर्माण में मदद करते हैं. जिससे शरीर में कैंसर जैसे रोग की संभावनाएं कम होती हैं.
मिर्ची की सेहत पर बुरा असर
मिर्च में कैपसाइसिन पाया जाता है, जोकि ना सिर्फ पेट की गर्मी तथा दर्द को बढ़ाता है. बल्कि शरीर के तापमान और चेहरे पर सूजन को भी बढ़ा सकता है. जिससे पेट संबंधी रोग जैसे गैस्ट्रोनजाइटीस, अल्सर, पेट में जलन तथा डायरिया होने की आशंका रहती हैं. यहां ध्यान रखने वाली बात यह है की मिर्ची का जरूरत से ज्यादा सेवन उससे मिलने वाले सभी फायदों को नुकसान में बदलने की क्षमता रखता है. इसलिए खान पान में संयम बरतें. तीखा खाएं, लेकिन संभाल कर.