नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में लॉकडाउन का ये दूसरा चरण चल रहा है. जिसमें सरकार और संस्थाओं के साथ-साथ समाजसेवी भी गरीबों को खाना खिला रहे हैं. वहीं सरकारी खाने और लोगों की भीड़ को देखकर गरीब जनता भी इन समाजसेवियों की ओर से बांटे जा रहे खाने से खुश हैं.
समाजसेवी हिमांशु अग्रवाल के मुताबिक वो और उनके दोस्त लॉकडाउन के शुरुआती दिनों से ही गरीबों और जरूरतमंद लोगों को उनके घर तक खाना पहुंचा रहे हैं. जहां पश्चिम विहार, पंजाबी बाग, पीरागढ़ी इलाके की अलग-अलग झुग्गी बस्तियों में जाकर रोजाना हजारों की संख्या में लोगों को खाना बांट रहे हैं.
'रोज एक जैसा खाना खाकर हो रहे हैं परेशान'
झुग्गी बस्ती इलाके के लोगों के मुताबिक सरकार और संस्थाएं भी खाना बांट रही हैं. वहीं सरकारी खाना वितरण की जगह पर हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ लगती है. कभी कभार खाना भी पूरा नहीं पड़ता. वहीं खाने में सिर्फ दाल चावल, कढ़ी चावल या राजमा चावल ही दिया जाता है. ऐसे भी रोज एक जैसा खाना खाकर लोग भी परेशान होते हैं.
'समाजसेवियों के खाने से हैं खुश'
समाजसेवियों की ओर से बांटा जाने वाला खाना हर रोज अलग-अलग तरह का होता है. जिसकी वजह से झुग्गी-बस्तियों के लोग इस खाने को खाकर काफी खुशी महसूस करते हैं. वहीं लोगों का कहना है कि जिन घरों में बच्चे हैं और अधिक परिवार है. वहां खाने को लेकर हमेशा कमी बनी रहती है. लेकिन सरकार और समाजसेवियों की ओर से मिलने वाले दोनों ओर से खाने को पाकर उनकी समस्याएं हल हो जाती है. ऐसे में ये गरीब सभी का धन्यवाद कर रहे हैं.