नई दिल्ली: एमसीडी पर आए दिन भ्रष्टाचार का कोई न कोई आरोप लगता ही रहता है. कभी विपक्षी दल तो कभी निगमकर्मी ही निगम में भ्रष्टाचार का आरोप लगा चुके हैं. ताजा मामला एसडीएमसी के वेस्ट जोन का है, जिसमें एक टेम्परेरी CFW (कॉन्ट्रेक्ट फील्ड वर्कर) राजकुमार ने वेस्ट ज़ोन के हेल्थ विभाग पर पीएफ में घोटाले का आरोप लगाया है.
काटा पीएफ का पैसा, लेकिन खाते में जमा नहीं करवाया
एकतरफ जहां आम आदमी पार्टी एमसीडी पर भ्रष्टाचार और घोटाले का आरोप लगातार लगा रही थी. वहीं साउथ एमसीडी वेस्ट ज़ोन के एक कर्मचारी ने वेस्ट जोन के स्वास्थ्य विभाग पर पीएफ के पैसे को लेकर घोटाले का गंभीर आरोप लगाया है. कॉन्ट्रेक्ट फील्ड वर्कर राजकुमार का आरोप है कि उसके और अन्य कई CFW की सैलरी में से पीएफ तो काटा जाता रहा है, लेकिन उनके खाते में जमा नहीं करवाया गया.
रजत थापा पर आरोप
राजकुमार ने आरोप लगाया कि उसने अपने खाते में पीएफ जमा ना होने की शिकायत ज़ोन के डीएचओ डॉ सौरव मिश्रा, डीसी और एसडीएमसी की विजिलेन्स को भी की है, लेकिन कोई एक्शन नहीं हुआ. कर्मचारी ने स्वास्थ्य विभाग के मलेरिया विभाग के एक कर्मचारी रजत थापा पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उसका कहना है कि रजत का काम मच्छरों से निपटने के लिए दवाई डालने का है, लेकिन वो स्वास्थ्य विभाग में इन कॉन्ट्रेक्ट कर्मचारियों की सैलरी का काम देखता था और घोटाला करता है.
अधिकारियों की मिलीभगत
राजकुमार ने बताया कि एक साल से कर्मचारियों की सैलरी से पीएफ का पैसा कट तो रहा है, लेकिन उनके खाते में जमा नहीं हुआ है. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि इतना बड़ा घोटाला बिना संबंधित अधिकारी की जानकारी के ये कैसे संभव है. राजकुमार ने कहा कि उसने मामले की शिकायत अधिकारियों से भी की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की. अब राजकुमार इंसाफ के लिए हर जगह धक्के खा रहे हैं.
जांच का आश्वासन
वहीं जब इस संबंध में साउथ एमसीडी में सदन के नेता और पूर्व मेयर नरेंद्र चावला से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ये जानकारी आई है, मामले की जांच की जा रही है. उसके बाद जो उचित कारवाई होगी की जाएगी और भरोसा दिलाया किसी का पैसा कोई नहीं खायेगा. बता दें कि पिछले कुछ महीनों से आम आदमी पार्टी एमसीडी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रही है, इस मुद्दे ने आम आदमी पार्टी को बीजेपी को घेरने का एक और मौका दे दिया है.