नई दिल्ली: दशहरे के दिन हर साल रावण दहन होता है लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि आखिरकार क्यों एक रावण ने भगवान श्री राम से बैर लिया था. आखिरकार क्यों सीता माता का अपहरण किया था, आखिरकार क्यों रावण ने अपने अहंकार के आगे अपने पूरे परिवार को खत्म करवा दिया था.
इन सभी सवालों के जवाब के लिए ईटीवी भारत ने श्री राम रामलीला समिति में रावण का किरदार निभाने वाले पंकज हांडा से बात की. जिन्होंने बताया कि वह पिछले 2 सालों से रामलीला समिति में रावण का किरदार निभा रहे हैं और तब जाकर उन्होंने रावण के किरदार की गहराई को समझा है.
रावण को मिली थी राम के हाथों मुक्ति
पंकज हांडा ने बताया कि हर कोई रावण को बुरा मानता है, लेकिन रावण बुरा नहीं था, क्योंकि रावण को यह ज्ञान था कि उसकी मुक्ति राम के हाथों वध से ही होगी. जब उसे यह पता चला था तो उसने जानबूझकर राम से बैर लिया था. उसने धीरे-धीरे अपने कुल के सभी लोगों का अंत करवाकर अपना अंत करवाया था.
सफाई रखने का दिया संदेश
इसी के साथ रावण का किरदार निभाने वाले पंकज हांडा ने समाज को यह संदेश दिया कि वह अपने आसपास सफाई रखें. इसके साथ ही उन्होंने प्लास्टिक बैन को लेकर चलाए जा रहे अभियान पर भी लोगों को जागरूक होने को कहा और प्लास्टिक का कम से कम इस्तेमाल करने की सलाह दी.
बिजी शेड्यूल से निकालते हैं समय
पंकज हांडा से जब हमने सवाल पूछा कि रावण को हर कोई बुरा मानता है आप इस ही किरदार क्यों निभाते हैं. तो उनका कहना था कि उन्हें अच्छा लगता है जो वह किरदार निभाते हैं. लोगों की तरफ से उन्हें प्रशंसा मिलती है तो उन्हें अच्छा लगता है. वह अपने बिजी शेड्यूल में से 10 दिन निकाल कर रामलीला को देते हैं और पूरे शिद्दत के साथ इस किरदार को निभाते हैं.