नई दिल्ली: राजधानी के विभिन्न इलाकों में रामलीलाओं का मंचन किया जा रहा है. इनमें सभी जगह 15 अक्टूबर से रामलीला का मंचन शुरू हो गया है. इसमें जनकपुरी की श्री रामलीला कमेटी 19 अक्टूबर को रामलीला का आयोजन करेगी. इस रामलीला को देखने के लिए भारी संख्या में लोग आते हैं और यह इसलिए खास है कि इसमें मात्र तीन घंटे में भगवान श्रीराम के जन्म से लेकर भरत मिलाप तक का मंचन किया जाता है.
इसके पीछे वजह यह है कि कुछ लोग व्यस्तता के चलते नौ दिन रामलीला नहीं देख पाते, लेकिन वही लोग इसके लिए तीन घंटे आराम से निकाल लेते हैं. इस रामलीला में तकनीक का भी भरपूर इस्तेमाल किया जाता है, जो इसके मंचन को और भी बेहतरीन बनाता है. इस रामलीला में 100 से अधिक कलाकार भाग लेते हैं.
आयोजकों ने बताया कि इस रामलीला का आयोजन पिछले 25 सालों से किया जा रहा है और यहां लोगों के बैठने की व्यवस्था का काई शुल्क नहीं रखा गया है. साथ ही सभी सुरक्षा इंतजामों को करने के साथ पहली बार यहां आने वाले दर्शकों के इंश्योरेंस की व्यवस्था भी की गई है. यानि अगर किसी दर्शक के साथ कोई हादसा होता है तो वह इंश्योरेंस में कवर होगा. इस रामलीला की एक और खास बात यह है कि एक बार मंचन शुरू होने के बाद बीच में ब्रेक नहीं होता और न ही मंच पर किसी नेता को सम्मानित किया जाता है. रामलीला के साथ यहां मेले का भी आयोजन किया गया है, जिसमें खाने-पीने की व्यवस्था के साथ बच्चों के लिए विशेष झूले की भी व्यवस्था की गई है.
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