नई दिल्ली: आगामी जी20 शिखर सम्मेलन और आगामी 26 जनवरी की तैयारियों के मद्देनजर एडीशनल डीसीपी-1 और 2 द्वारा डीसीपी कार्यालय परिसर, जनकपुरी में एक बैठक आयोजित की (Police and RWA meeting in DCP office) गई. इस बैठक में सभी सब डिवीजन के एसीपी, सभी थानों के एसएचओ, इंस्पेक्टर, एटीओ (एंटी टेररिस्ट ऑपरेशन), इंस्पेक्टर एल एंड ओ (लॉ एंड ऑर्डर) और एसडीपीओ (सब डिवीजनल पुलिस ऑफिसर) शामिल हुए.
इस मौके पर डीसीपी घनश्याम बंसल ने उपस्थित आरडब्ल्यूए सदस्यों का स्वागत किया और यह आग्रह किया गया कि यदि वे कुछ भी संदिग्ध देखते हैं तो पुलिस को सूचित करें. साथ ही इलाके में कोई संदिग्ध व्यक्ति दिखे तो इसकी भी जानकारी स्थानीय पुलिस या पीसीआर को दे सकते हैं. उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य आपराधिक गतिविधि की किसी भी संभावना को खत्म करना है जिसमें स्थानीय आरडब्ल्यूए और स्थानीय लोगों की अहम भूमिका है.
बैठक में शामिल होने वाले सदस्यों को शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए पुलिस की 'आंख और कान' बनने के लिए प्रेरित किया गया. उन्हें शराब/नशीली दवाओं की अवैध बिक्री, किराएदार एवं नौकर का सत्यापन, अन्य देशों के अवैध प्रवासियों, वेश्यावृत्ति रैकेट, सरकारी कब्जे के मामले में पुलिस को सूचित करने के लिए भी जानकारी दी गई. साथ ही उन्हें इस बात के लिए भी जागरूक किया गया कि यदि कोई भी धार्मिक सद्भाव बिगड़ने की कोशिस करता है तो इसे भी पुलिस की जानकारी में लाना जरूरी है.
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इस अवसर पर प्रत्येक आरडब्ल्यूए सदस्य को बीट स्टाफ के संपर्क सूत्र उपलब्ध कराए गए. साथ ही सभी एसएचओ को आरडब्ल्यूए सदस्यों द्वारा दी जाने वाली जानकारी को गंभीरता से लेने और उनकी आशंकाओं की जांच करने के भी निर्देश दिए गए. बैठक में वेस्ट जिले के अलग अलग आरडब्ल्यूए के कुल 89 सदस्य उपस्थित रहे, जबकि सभी थानों से काफी संख्या में पुलिसकर्मी भी इस मीटिंग में शामिल हुए. जिले के डीसीपी के अनुसार, सिर्फ पुलिसकर्मी इन कामों को अंजाम नही दे सकते. अगर आमलोग थोड़ी सी सावधानी बरतें तो आपराधिक गतिविधियों को रोकने में बड़ी कामयाबी मिल सकती है और पुलिस के इस प्रयास में आरडब्लूआए की भूमिका बेहद अहम हो जाती है.
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