नई दिल्ली: रघुबीर नगर इलाके के लोग गंदगी में रहने को मजबूर हैं. यहां की सड़कें सीवर के पानी से डूबी रहती हैं. जिससे लोगों को बदबू के साथ-साथ इस गंदे पानी के रास्ते जाना पड़ता है, लेकिन इसके बाद भी प्रशासन की आंखों में पट्टी बंधी हुई है.
रघुबीर नगर इलाके के लोग पिछले काफी समय से बदबू और गंदगी में जीने को मजबूर हैं. यहां सीवर का पानी अक्सर सड़कों पर भर जाता है, सुबह से पानी भरना शुरू होता और शाम होते होते पूरी सड़क गंदे पानी से लबालब हो जाती है. ऐसे में लोगों का पैदल चलना मुश्किल होता है. सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों को होती है. कई बार ये लोग गिर भी जाते है लेकिन इसकी जिम्मेवार एजेंसी दिल्ली जलबोर्ड कुछ नहीं कर रहा और ना ही एमसीडी लोग इस ओर कोई ध्यान दे रहे हैं.
महीनों से है समस्या
जिससे लोग महीनों से इस समस्या को झेल रहे हैं. लोगों का कहना है कि लगभग 7 से 8 महीने से भी अधिक का समय हो गया है. लेकिन अब तक इसकी हालत ठीक करने वाला कोई नहीं है. ना ही सीवर साफ होता है ना नालियां साफ होती हैं. जिससे सीवर और नालियों का पानी सड़कों पर भर जाता है. कई बार तो यह पानी घर में भी घुस जाता है. अगर ऐसे में बारिश हो तो तो यहां चलना और निकलना भी मुश्किल हो जाता है.
जिम्मेदार बने उदासीन
जनप्रतिनिधि का काम है कि लोगों की समस्या को दूर करें. रही बात गंदगी की समस्या की तो ये सबकी समस्या है ना किसी की व्यक्तिगत. ऊपर से आम आदमी पार्टी तो हमेशा आमलोगों की हितैषी होने का दावा करती है लेकिन जिस तरह से रघुबीर नगर की समस्या से लोग दो चार हो रहे हैं, उससे साफ है कि ना ही विधायक जी, ना जलबोर्ड और ना ही एमसीडी या पार्षद को लोगों की समस्या से कोई परवाह है.