ETV Bharat / state

तीसरी लहर की आशंका के बीच बच्चों को कैसे भेजें स्कूल !

दिल्ली में एक सितंबर से स्कूल खुलने जा रहे हैं. इसको लेकर अभिभावकों और छात्रों के मन में आशंका है. अभिभावकों का कहना है कि तीसरी लहर की आशंका के बीच बच्चों को स्कूल कैसे भेज सकते हैं.

दिल्ली में स्कूल खुलने पर सवाल
दिल्ली में स्कूल खुलने पर सवाल
author img

By

Published : Aug 30, 2021, 5:10 PM IST

नई दिल्ली : राजधानी में 1 सितंबर से स्कूल खुलने जा रहे हैं. अब भी पेरेंट्स स्कूल खोलने को लेकर सरकार के फैसले पर सवाल उठा रहे हैं. उनका कहना है कि यह बात समझ से परे है कि एक तरफ सरकार सितंबर या अक्टूबर में तीसरी लहर आने की बात कह रही है. वहीं, स्कूल खोलकर बच्चों की जान जोखिम में डाल रही है.



पेरेंट्स का कहना है कि सरकार का यह फैसला किसी की भी समझ से बाहर की बात है. एक तरफ सरकार सितंबर या अक्टूबर में तीसरी लहर के आने की बात कह रही है. वहीं, सितंबर में ही स्कूल भी खोल रही है. तीसरी लहर आएगी, तो बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेदारी किसकी होगी.

दिल्ली में स्कूल खुलने पर सवाल

पेरेंट्स का कहना है कि दूसरी लहर के दौरान हालात बेहद खराब हो गए थे. पूरी दिल्ली में अफरा-तफरी मच गई थी. तीसरी लहर में वैसी स्थिति नहीं होगी. इसकी क्या गारंटी है. छात्रों को यह लगता है कि ऑनलाइन से बेहतर ऑफलाइन पढ़ाई है. वहीं, उनको यह भी लगता है कि कक्षा में कौन संक्रमित होगा और कौन नहीं. इसको लेकर डर है.

ये भी पढ़ें-दिल्ली में स्कूल खोलने को लेकर SOP जारी, 50 फीसदी छात्रों के साथ चलेंगी कक्षाएं

ये भी पढ़ें-दिल्ली में 1 सितंबर से खुलेंगे स्कूल, बच्चों को भेजने को लेकर अभिभावकों की मिली जुली प्रतिक्रिया

नई दिल्ली : राजधानी में 1 सितंबर से स्कूल खुलने जा रहे हैं. अब भी पेरेंट्स स्कूल खोलने को लेकर सरकार के फैसले पर सवाल उठा रहे हैं. उनका कहना है कि यह बात समझ से परे है कि एक तरफ सरकार सितंबर या अक्टूबर में तीसरी लहर आने की बात कह रही है. वहीं, स्कूल खोलकर बच्चों की जान जोखिम में डाल रही है.



पेरेंट्स का कहना है कि सरकार का यह फैसला किसी की भी समझ से बाहर की बात है. एक तरफ सरकार सितंबर या अक्टूबर में तीसरी लहर के आने की बात कह रही है. वहीं, सितंबर में ही स्कूल भी खोल रही है. तीसरी लहर आएगी, तो बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेदारी किसकी होगी.

दिल्ली में स्कूल खुलने पर सवाल

पेरेंट्स का कहना है कि दूसरी लहर के दौरान हालात बेहद खराब हो गए थे. पूरी दिल्ली में अफरा-तफरी मच गई थी. तीसरी लहर में वैसी स्थिति नहीं होगी. इसकी क्या गारंटी है. छात्रों को यह लगता है कि ऑनलाइन से बेहतर ऑफलाइन पढ़ाई है. वहीं, उनको यह भी लगता है कि कक्षा में कौन संक्रमित होगा और कौन नहीं. इसको लेकर डर है.

ये भी पढ़ें-दिल्ली में स्कूल खोलने को लेकर SOP जारी, 50 फीसदी छात्रों के साथ चलेंगी कक्षाएं

ये भी पढ़ें-दिल्ली में 1 सितंबर से खुलेंगे स्कूल, बच्चों को भेजने को लेकर अभिभावकों की मिली जुली प्रतिक्रिया

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.