नई दिल्ली: सिविक एजेंसी की लापरवाही कई बार लोगों के जनजीवन पर भारी पड़ जाती है. एजेंसी की लापरवाही के कारण वेस्ट दिल्ली के फोर स्टोरी टैगोर गार्डन में रहने वाले लोगों का जीना मुश्किल हो गया है.
दरअसल, कॉलोनी के साथ यहां तितारपुर ड्रेन है, जो खुला हुआ है. जिसके कारण गंदगी का अंबार लगा रहता है. साथ ही बदबू लोगों के लिए मुसीबत खड़ी किए हुए है.
'अभी तक नहीं पूरा हुआ नाले को ढकने का काम'
मादीपुर विधानसभा के टैगोर गार्डन में ये गंदा नाला जिसे तितारपुर ड्रेन कहा जाता है. कॉलोनी के साथ के इस गंदे नाले की समस्या साल दो साल से नहीं बल्कि पिछले दस साल से है. जबकि इस नाले को ढकने का काम दस साल पहले शुरू हुआ था लेकिन, इस गंदे नाले का कुछ हिस्सा पिछले दस सालों से कवर नहीं किया गया है.
'विधायक से नहीं मिल रहा कोई जवाब'
इस नाले को कवर करने के चक्कर में बच्चों के खेलने के लिए बने पार्क को भी तहस नहस कर दिया गया. इलाके के लोगों का आरोप है कि वोट लेने के लिए विधायक ने नाले का काम शुरू करवाया था. अब विधायक को फोन करते हैं, तो वो ना फोन उठाते है और ना ही फोन का बाद में कोई जवाब देते हैं. यहां गौर करने वाली बात ये है कि अगर पूरा नाला कवर नहीं करना था तो नाला खोदा क्यों गया? बच्चों के खेलने के पार्क को तहस-नहस क्यों किया गया? इतना ही नहीं इसके कारण बारिश का पानी जमा होने से और कूड़ा फेंकने के कारण आसपास इतना मच्छर हो गए है कि लोगों का घर में रहना मुश्किल हो गया है. ऊपर से बदबू से लोग परेशान हैं.
गंदा नाला नजफगढ़ ड्रेन में जाकर गिरता है और जब से इस नाले का कुछ हिस्सा कवर हुआ है. तब से लेकर इस नाले की सफाई नहीं हुई है. इसकी पहले सफाई को लेकर और फिर इसको ढकने को लेकर संबंधित पीडब्लूडी विभाग से लेकर इलाके के विधायक को कई बार पत्र लिखा गया. लेकिन इसके बावजूद इसका काम पूरा नहीं हुआ.