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लड़की बनकर करता रहा चैटिंग, CBI ऑफिसर को लाखों का चूना लगाने के मामले में नाइजीरियन गिरफ्तार

विकासपुरी पुलिस टीम ने ऑनलाइन ठगी करने वाले इंटरनेशनल गैंग के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है. आरोपी नाइजीरियन है, जो अबतक रिटायर्ड सीबीआई ऑफिसर समेत कई लोगों को निशाना बना चुका है.

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Published : Jun 4, 2019, 3:10 PM IST

इंटरनेशनल गैंग का मास्टरमाइंड गिरफ्तार

नई दिल्ली: वेस्ट डिस्ट्रिक्ट की विकासपुरी पुलिस टीम ने फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर ठगी करने वाले इंटरनेशनल गैंग के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है. डीसीपी वेस्ट डिस्ट्रिक्ट मोनिका भारद्वाज ने बताया कि गिरफ्तार किया गया आरोपी नाइजीरिया का रहने वाला है.

इस गिरफ्तारी के बाद से जयपुर, अजमेर के भी कई मामलों के बारे में जानकारी मिली है. आरोपी को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है. डीसीपी ने बताया कि आरोपी ने एक लेडी के नाम से फेसबुक अकाउंट बनाकर सीबीआई के रिटायर्ड ऑफिसर से दोस्ती की. बाद में कोई बहाना बनाकर बैंक ऑफ अमेरिका के अकाउंट में 1 लाख 20 हजार रुपये मंगवाए.

रिटायर्ड CBI ऑफिसर समेत कई लोगों को बना चुका है शिकार

35 लाख से ज्यादा की चीटिंग

पुलिस ने बताया कि अमाउंट पहुंचने के कुछ दिन बाद दोबारा मांग की गई. इस तरह अलग-अलग मेल और मैसेज के जरिए सीबीआई के रिटायर्ड ऑफिसर से 35 लाख रुपये से ज्यादा की ठगी की गई. जब पीड़ित को लगा कि उनके साथ चीटिंग हुई है, तो उन्होंने मामले की शिकायत विकासपुरी थाने में की. एसीपी राजेंद्र भाटिया की देखरेख में एसएचओ मधुकर राकेश, सब इंस्पेक्टर नवीन, सहायक सब इंस्पेक्टर आजाद और कॉन्स्टेबल सुरेंद्र की टीम बनाई गई.

इस तरह देते थे वारदात को अंजाम

अभी तक पूछताछ में आरोपी ने बताया कि इस गैंग के हर सदस्य को अलग-अलग काम दिया जाता था. किसी का काम मैसेज करना होता था, तो कोई बैंक अकाउंट में कैश मंगवाकर उसे आगे भेजता था. आरोपी पूरे गैंग को ऑपरेट करता था. ये गैंग जिस अकाउंट में पैसा मंगाता था वो सरोगेट अकाउंट है, जिसके बदले ये अकाउंट होल्डर को निश्चित रकम भी देते थे. पुलिस को फिलहाल ऐसे 11 अकाउंट्स के बारे में पता चला है. ये आरोपी 2014 से इंडिया में रह रहा है और इसने नॉर्थ ईस्ट की एक लड़की से शादी की है.

जारी है पूछताछ

लगातार सर्विलांस और टेक्निकल जांच के आधार पर आखिरकार पुलिस मास्टरमाइंड तक पहुंचने में कामयाब हुई. आरोपी फिलहाल निहाल विहार के चंद्र विहार इलाके में रह रहा था. जब इससे पूछताछ हुई तो पता चला कि ये पहले भी जयपुर में गिरफ्तार हो चुका है. इनका चार-पांच लोगों का गैंग है, जिसका मास्टरमाइंड यही है. गिरफ्तार आरोपी का नाम ऑथर ओके है. पुलिस टीम इसे रिमांड पर लेकर बाकी मामलों के बारे में भी पूछताछ कर रही है.

नई दिल्ली: वेस्ट डिस्ट्रिक्ट की विकासपुरी पुलिस टीम ने फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर ठगी करने वाले इंटरनेशनल गैंग के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है. डीसीपी वेस्ट डिस्ट्रिक्ट मोनिका भारद्वाज ने बताया कि गिरफ्तार किया गया आरोपी नाइजीरिया का रहने वाला है.

इस गिरफ्तारी के बाद से जयपुर, अजमेर के भी कई मामलों के बारे में जानकारी मिली है. आरोपी को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है. डीसीपी ने बताया कि आरोपी ने एक लेडी के नाम से फेसबुक अकाउंट बनाकर सीबीआई के रिटायर्ड ऑफिसर से दोस्ती की. बाद में कोई बहाना बनाकर बैंक ऑफ अमेरिका के अकाउंट में 1 लाख 20 हजार रुपये मंगवाए.

रिटायर्ड CBI ऑफिसर समेत कई लोगों को बना चुका है शिकार

35 लाख से ज्यादा की चीटिंग

पुलिस ने बताया कि अमाउंट पहुंचने के कुछ दिन बाद दोबारा मांग की गई. इस तरह अलग-अलग मेल और मैसेज के जरिए सीबीआई के रिटायर्ड ऑफिसर से 35 लाख रुपये से ज्यादा की ठगी की गई. जब पीड़ित को लगा कि उनके साथ चीटिंग हुई है, तो उन्होंने मामले की शिकायत विकासपुरी थाने में की. एसीपी राजेंद्र भाटिया की देखरेख में एसएचओ मधुकर राकेश, सब इंस्पेक्टर नवीन, सहायक सब इंस्पेक्टर आजाद और कॉन्स्टेबल सुरेंद्र की टीम बनाई गई.

इस तरह देते थे वारदात को अंजाम

अभी तक पूछताछ में आरोपी ने बताया कि इस गैंग के हर सदस्य को अलग-अलग काम दिया जाता था. किसी का काम मैसेज करना होता था, तो कोई बैंक अकाउंट में कैश मंगवाकर उसे आगे भेजता था. आरोपी पूरे गैंग को ऑपरेट करता था. ये गैंग जिस अकाउंट में पैसा मंगाता था वो सरोगेट अकाउंट है, जिसके बदले ये अकाउंट होल्डर को निश्चित रकम भी देते थे. पुलिस को फिलहाल ऐसे 11 अकाउंट्स के बारे में पता चला है. ये आरोपी 2014 से इंडिया में रह रहा है और इसने नॉर्थ ईस्ट की एक लड़की से शादी की है.

जारी है पूछताछ

लगातार सर्विलांस और टेक्निकल जांच के आधार पर आखिरकार पुलिस मास्टरमाइंड तक पहुंचने में कामयाब हुई. आरोपी फिलहाल निहाल विहार के चंद्र विहार इलाके में रह रहा था. जब इससे पूछताछ हुई तो पता चला कि ये पहले भी जयपुर में गिरफ्तार हो चुका है. इनका चार-पांच लोगों का गैंग है, जिसका मास्टरमाइंड यही है. गिरफ्तार आरोपी का नाम ऑथर ओके है. पुलिस टीम इसे रिमांड पर लेकर बाकी मामलों के बारे में भी पूछताछ कर रही है.

Intro:बेस्ट डिस्ट्रिक्ट के विकासपुरी थाने की पुलिस टीम ने फर्जी फेसबुक पर अकाउंट बनाकर लोगों से दोस्ती करके फिर उनसे लाखों की चीटिंग करने वाले एक इंटरनेशनल गैंग के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है. डीसीपी वेस्ट डिस्ट्रिक्ट डिस्टिक मोनिका भारद्वाज ने बताया कि गिरफ्तार किया गया चीटर नाइजीरिया का रहने वाला है. इसकी गिरफ्तारी से जयपुर, अजमेर आदि जगहों के मामलों के बारे में भी पुलिस को जानकारी मिली है. बाकी चीटर को रिमांड पर लेकर और आगे की पूछताछ की जा रही है. डीसीपी ने बताया कि इस चीटर ने एक लेडी के नाम से फेसबुक अकाउंट बनाकर सीबीआई के रिटायर्ड ऑफिसर से संपर्क किया और फिर उससे दोस्ती हो गई. चैटिंग होनी शुरु हुई बाद में बहाना बनाकर बैंक ऑफ अमेरिका के अकाउंट में रे 120000 मंगवाया.


Body:जब वह अमाउंट पहुंच गया, तो उस दिन के बाद फिर बैंक ऑफ अमेरिका में दूसरा अमाउंट भी मंगवाया. और इस तरह अलग अलग मेल और मैसेज के जरिए प्रलोभन देख कर सीबीआई के रिटायर्ड ऑफिसर से रे 3500000 से ज्यादा की चीटिंग हो गई. जब उन्हें लगा कि उनके साथ चीटिंग हुई है, तब उन्होंने मामले की शिकायत विकासपुरी थाने में की. पुलिस ने एक आई आर दर्ज करके मामले की छानबीन शुरू की. एसीपी राजेंद्र भाटिया की देखरेख में एसएचओ मधुकर राकेश, सब इंस्पेक्टर नवीन, सहायक सब इंस्पेक्टर आजाद और कांस्टेबल सुरेंद्र की टीम ने लगातार सर्विलांस और टेक्निकल जांच के आधार पर आखिरकार इस मास्टरमाइंड तक पहुंचने में कामयाब हुई. यह फिलहाल निहाल विहार की चंद्र विहार इलाके में रह रहा था. जब इससे पूछताछ हुई तो पता चला कि यह पहले भी जयपुर में गिरफ्तार हो चुका है. और यह चार पांच लोगों का गैंग है, जिसका मास्टरमाइंड यही है. गिरफ्तार चीटर का नाम ऑथर ओके है. पुलिस टीम इसे रिमांड पर लेकर के पुराने मामलों के बारे में भी जानकारी ले रही है. और इसके साथ इस गैंग में और कौन-कौन लोग शामिल हैं उसके बारे में भी पता लगा रही है.


Conclusion:अभी तक की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि इस गैंग के अलग-अलग मेंबरों को यह अलग-अलग काम देता था. किसी का काम मैसेज करना होता था, तो किसी का बैंक अकाउंट में कैश मंगवा करके उसे आगे भेजना होता था. और इसका काम पूरे गैंग को ऑपरेट करना और मास्टरमाइंड की तरह लोगों को फंसाकर और उनसे लाखों रुपए ऐठना होता था. यह लोग जिस अकाउंट में पैसे मंगाते थे वह सरोगेट अकाउंट यूज करते थे. जिसके बदले में अकाउंट होल्डर को निश्चित रकम भी देते थे. पुलिस को फिलहाल ऐसे 11 अकाउंट के बारे में भी पता चला है जिसमें उन्होंने रिटायर्ड सीबीआई ऑफिसर से पैसे मंगवाए थे. गिरफ्तार चीटर 2014 से इंडिया में रह रहा था. इसने नॉर्थ ईस्ट की एक लड़की से शादी बी की है और यह अपने ज्ञान के साथ लोगों को टारगेट करता था.



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