नई दिल्ली: वेस्ट डिस्ट्रिक्ट की विकासपुरी पुलिस टीम ने फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर ठगी करने वाले इंटरनेशनल गैंग के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है. डीसीपी वेस्ट डिस्ट्रिक्ट मोनिका भारद्वाज ने बताया कि गिरफ्तार किया गया आरोपी नाइजीरिया का रहने वाला है.
इस गिरफ्तारी के बाद से जयपुर, अजमेर के भी कई मामलों के बारे में जानकारी मिली है. आरोपी को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है. डीसीपी ने बताया कि आरोपी ने एक लेडी के नाम से फेसबुक अकाउंट बनाकर सीबीआई के रिटायर्ड ऑफिसर से दोस्ती की. बाद में कोई बहाना बनाकर बैंक ऑफ अमेरिका के अकाउंट में 1 लाख 20 हजार रुपये मंगवाए.
35 लाख से ज्यादा की चीटिंग
पुलिस ने बताया कि अमाउंट पहुंचने के कुछ दिन बाद दोबारा मांग की गई. इस तरह अलग-अलग मेल और मैसेज के जरिए सीबीआई के रिटायर्ड ऑफिसर से 35 लाख रुपये से ज्यादा की ठगी की गई. जब पीड़ित को लगा कि उनके साथ चीटिंग हुई है, तो उन्होंने मामले की शिकायत विकासपुरी थाने में की. एसीपी राजेंद्र भाटिया की देखरेख में एसएचओ मधुकर राकेश, सब इंस्पेक्टर नवीन, सहायक सब इंस्पेक्टर आजाद और कॉन्स्टेबल सुरेंद्र की टीम बनाई गई.
इस तरह देते थे वारदात को अंजाम
अभी तक पूछताछ में आरोपी ने बताया कि इस गैंग के हर सदस्य को अलग-अलग काम दिया जाता था. किसी का काम मैसेज करना होता था, तो कोई बैंक अकाउंट में कैश मंगवाकर उसे आगे भेजता था. आरोपी पूरे गैंग को ऑपरेट करता था. ये गैंग जिस अकाउंट में पैसा मंगाता था वो सरोगेट अकाउंट है, जिसके बदले ये अकाउंट होल्डर को निश्चित रकम भी देते थे. पुलिस को फिलहाल ऐसे 11 अकाउंट्स के बारे में पता चला है. ये आरोपी 2014 से इंडिया में रह रहा है और इसने नॉर्थ ईस्ट की एक लड़की से शादी की है.
जारी है पूछताछ
लगातार सर्विलांस और टेक्निकल जांच के आधार पर आखिरकार पुलिस मास्टरमाइंड तक पहुंचने में कामयाब हुई. आरोपी फिलहाल निहाल विहार के चंद्र विहार इलाके में रह रहा था. जब इससे पूछताछ हुई तो पता चला कि ये पहले भी जयपुर में गिरफ्तार हो चुका है. इनका चार-पांच लोगों का गैंग है, जिसका मास्टरमाइंड यही है. गिरफ्तार आरोपी का नाम ऑथर ओके है. पुलिस टीम इसे रिमांड पर लेकर बाकी मामलों के बारे में भी पूछताछ कर रही है.