नई दिल्ली: मदर डेयरी चलाने वाले आशीष ने अपने आप को अपने ही दोस्तों को साथ मिलकर खुद को चाकू से जख्मी कर लिया और पुलिस को कॉल कर लूटपाट की वारदात की जानकारी दी. लेकिन उसकी यह झूठी कहानी ज्यादा देर तक चल ना सकी और 24 घंटे के अंदर ही राजौरी गार्डन थाने की पुलिस टीम ने इस झूठ से पर्दाफाश कर दिया.
ऐसे पकड़ा गए आरोपी
डीसीपी दीपक पुरोहित ने बताया कि पुलिस ने इस झूठी लूट की कहानी के मास्टरमाइंड आशीष, उसके दोस्त विष्णु और गोलू को पकड़ लिया है. एसीपी राम सिंह की देखरेख में एसएचओ अनिल शर्मा, सब इंस्पेक्टर संजीत सिंह, सहायक सब इंस्पेक्टर विनती, जगमाल, हेड कांस्टेबल संजीव कॉन्स्टेबल रूबीन और बालकिशन की टीम को इस झूठी कहानी को सुलझाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी. कई सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल, मौके का बारीकी से मुआयना करना पड़ा. तब जाकर के उनको इस 82 हजार लूट की कहानी का पता चल पाया.
ऐसे किया पुलिस को गिरफ्तार
आरोपी आशीष ने पुलिस ने कॉल कर बताया कि 3 हट्टे-कट्टे बदमाशों ने शिवाजी कॉलेज के पास उसे घायल किया और 82 हजार रुपए लूट लिए. इस दौरान उसने विरोध भी किया लेकिन बदमाश लूटपाट की वारदात को अंजाम देकर भाग गए. इसी जानकारी पर पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी और फिर टेक्निकल एनालिसिस एरिया की जांच और सीसीटीवी फुटेज की चेकिंग के बाद इस मामले की जानकारी मिली.
कबुल किया अपना गुनाह
जब आशीष से पूछताछ की गई तो उसके बयान में भी विरोधाभास नजर आया. फिर पुलिस टीम ने पहले विष्णु को उसके बाद गोलू उर्फ मनोज को पकड़ लिया और आशीष ने पूरी कहानी उगल दी.