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मदर डेयरी चलाने वाले ने बनाई लूट की झूठी कहानी, चढ़ा पुलिस के हत्थे

देश की राजधानी दिल्ली में क्राइम का एक ऐसा मामला सामने आया है जो हैरान कर देने वाला है. मामले का परदाफाश राजौरी गार्डन थाने की पुलिस ने किया है.

Mother dairy runner created false story of loot in delhi
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
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Published : Dec 25, 2019, 3:16 PM IST

नई दिल्ली: मदर डेयरी चलाने वाले आशीष ने अपने आप को अपने ही दोस्तों को साथ मिलकर खुद को चाकू से जख्मी कर लिया और पुलिस को कॉल कर लूटपाट की वारदात की जानकारी दी. लेकिन उसकी यह झूठी कहानी ज्यादा देर तक चल ना सकी और 24 घंटे के अंदर ही राजौरी गार्डन थाने की पुलिस टीम ने इस झूठ से पर्दाफाश कर दिया.

पुलिस की गिरफ्त में आरोपी

ऐसे पकड़ा गए आरोपी
डीसीपी दीपक पुरोहित ने बताया कि पुलिस ने इस झूठी लूट की कहानी के मास्टरमाइंड आशीष, उसके दोस्त विष्णु और गोलू को पकड़ लिया है. एसीपी राम सिंह की देखरेख में एसएचओ अनिल शर्मा, सब इंस्पेक्टर संजीत सिंह, सहायक सब इंस्पेक्टर विनती, जगमाल, हेड कांस्टेबल संजीव कॉन्स्टेबल रूबीन और बालकिशन की टीम को इस झूठी कहानी को सुलझाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी. कई सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल, मौके का बारीकी से मुआयना करना पड़ा. तब जाकर के उनको इस 82 हजार लूट की कहानी का पता चल पाया.

ऐसे किया पुलिस को गिरफ्तार
आरोपी आशीष ने पुलिस ने कॉल कर बताया कि 3 हट्टे-कट्टे बदमाशों ने शिवाजी कॉलेज के पास उसे घायल किया और 82 हजार रुपए लूट लिए. इस दौरान उसने विरोध भी किया लेकिन बदमाश लूटपाट की वारदात को अंजाम देकर भाग गए. इसी जानकारी पर पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी और फिर टेक्निकल एनालिसिस एरिया की जांच और सीसीटीवी फुटेज की चेकिंग के बाद इस मामले की जानकारी मिली.

कबुल किया अपना गुनाह
जब आशीष से पूछताछ की गई तो उसके बयान में भी विरोधाभास नजर आया. फिर पुलिस टीम ने पहले विष्णु को उसके बाद गोलू उर्फ मनोज को पकड़ लिया और आशीष ने पूरी कहानी उगल दी.

नई दिल्ली: मदर डेयरी चलाने वाले आशीष ने अपने आप को अपने ही दोस्तों को साथ मिलकर खुद को चाकू से जख्मी कर लिया और पुलिस को कॉल कर लूटपाट की वारदात की जानकारी दी. लेकिन उसकी यह झूठी कहानी ज्यादा देर तक चल ना सकी और 24 घंटे के अंदर ही राजौरी गार्डन थाने की पुलिस टीम ने इस झूठ से पर्दाफाश कर दिया.

पुलिस की गिरफ्त में आरोपी

ऐसे पकड़ा गए आरोपी
डीसीपी दीपक पुरोहित ने बताया कि पुलिस ने इस झूठी लूट की कहानी के मास्टरमाइंड आशीष, उसके दोस्त विष्णु और गोलू को पकड़ लिया है. एसीपी राम सिंह की देखरेख में एसएचओ अनिल शर्मा, सब इंस्पेक्टर संजीत सिंह, सहायक सब इंस्पेक्टर विनती, जगमाल, हेड कांस्टेबल संजीव कॉन्स्टेबल रूबीन और बालकिशन की टीम को इस झूठी कहानी को सुलझाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी. कई सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल, मौके का बारीकी से मुआयना करना पड़ा. तब जाकर के उनको इस 82 हजार लूट की कहानी का पता चल पाया.

ऐसे किया पुलिस को गिरफ्तार
आरोपी आशीष ने पुलिस ने कॉल कर बताया कि 3 हट्टे-कट्टे बदमाशों ने शिवाजी कॉलेज के पास उसे घायल किया और 82 हजार रुपए लूट लिए. इस दौरान उसने विरोध भी किया लेकिन बदमाश लूटपाट की वारदात को अंजाम देकर भाग गए. इसी जानकारी पर पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी और फिर टेक्निकल एनालिसिस एरिया की जांच और सीसीटीवी फुटेज की चेकिंग के बाद इस मामले की जानकारी मिली.

कबुल किया अपना गुनाह
जब आशीष से पूछताछ की गई तो उसके बयान में भी विरोधाभास नजर आया. फिर पुलिस टीम ने पहले विष्णु को उसके बाद गोलू उर्फ मनोज को पकड़ लिया और आशीष ने पूरी कहानी उगल दी.

Intro:मदर डेयरी चलाने वाले आशीष ने अपने दोस्तों को साथ में मिलकर और खुद को चाकू मारकर जख्मी किया. और फिर पुलिस को कॉल कर दिया तीन बदमाशों द्वारा जख्मी करके लूटपाट करने का. लेकिन उसकी यह झूठी कहानी ज्यादा देर तक चल ना सकी और 24 घंटे के अंदर राजोरी गार्डन थाने की पुलिस टीम ने लूट की इस झूठे सनसनीखेज मामले का पर्दाफाश कर दिया.

Body:पकड़ने के लिए करनी पड़ी काफी मशक्कत..

डीसीपी दीपक पुरोहित ने बताया कि पुलिस टीम ने इस झूठी लूट की कहानी के मास्टरमाइंड आशीष और उसके दोस्त विष्णु और गोलू को पकड़ लिया है. एसीपी राम सिंह की देखरेख में एसएचओ अनिल शर्मा, सब इंस्पेक्टर संजीत सिंह, सहायक सब इंस्पेक्टर विनती, जगमाल, हेड कांस्टेबल संजीव कॉन्स्टेबल रूबीन और बालकिशन की टीम को इस झूठी कहानी को सुलझाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी. और कई सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल, मौके का बारीकी से मुआयना करना पड़ा. तब जाकर के उनको इस 82 हजार लूट की कहानी का पता चल पाया.

पुलिस को दिखी गड़बड़ी..

पुलिस के अनुसार आशीष ने यह कॉल किया था की 3 हट्टे कट्टे बदमाशों ने शिवाजी कॉलेज के पास उसे घायल करके 82 हजार रुपए लूट लिए हैं. इस दौरान उसने विरोध भी किया था, लेकिन बदमाश लूटपाट की वारदात को अंजाम देकर भाग गए. और उसी जानकारी पर पुलिस टीम ने मामले की छानबीन शुरू की और फिर टेक्निकल एनालिसिस एरिया की जांच सीसीटीवी फुटेज की चेकिंग के बाद आखिरकार इस मामले की जानकारी मिली गई, कि कहीं न कहीं इस में गड़बड़ी है.

Conclusion:काबुल किया अपना गुनाह..

और फिर जब आशीष से पूछताछ हुई तो उसके बयान में भी विरोधाभास नजर आया. और फिर पुलिस टीम ने पहले विष्णु को उसके बाद गोलू उर्फ मनोज को पकड़ लिया. फिर आशीष ने भी पूरी कहानी उगल दी.
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