नई दिल्ली: शुक्रवार को नहाय-खाय के साथ ही छठ व्रत की शुरुआत हो गई. नहाय-खाय के बाद शनिवार को खरना मनाया जाना है. रविवार को छठ महापर्व में डूबते हुए सूर्य की पूजा की जाएगी. छठ पूजा के लिए सामानों की खरीददारी हर जगह शुरु हो गई है और बाजार भी सज चुके हैं. वेस्ट दिल्ली के बाजार भी छठ पूजा के सामानों से भर गए हैं. छठ पूजा के सामान विक्रेताओं के अनुसार पिछले साल के मुकाबले छठ पूजा के सामानों के दामों में इस साल बढ़ोतरी नहीं आई है. इस बार लोगों को महंगाई की मार नहीं सहनी पड़ेगी.
ग्राहकों की भीड़ ज्यादा: पूर्वांचलों का सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार हर जगहों पर भरपूर आस्था के साथ मनाया जा रहा है. छठ पूजा की तैयारी जोर-शोर से चल रही है. शनिवार को पूजा का दूसरा दिन यानी सबसे महत्वपूर्ण दिन खरना है. इस बीच वेस्ट दिल्ली के कई इलाकों में छठ पूजा में इस्तेमाल होने वाले समानों का बाजार पूरी तरह से सज गया है और भारी संख्या में लोग पूजा से जुड़े लोग सामानों की खरीदारी करने पहुंच रहे हैं. इस बीच सबसे अच्छी बात यह है कि विक्रेताओं के साथ-साथ खरीदार का भी कहना है कि छठ पूजा के सामान के दाम में पिछले साल के मुकाबले बढ़ोतरी नहीं हुई है. बढ़ती महंगाई के बीच इन सामानों पर कोई विशेष असर नहीं पड़ा और इस बात से दुकानदार और ग्राहक दोनों हो काफी खुश और उत्साहित हैं. दुकानदारों का कहना है कि इस बार ग्राहक भी ज्यादा आ रहे हैं.
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कुछ सामानों के दामों मे आई कमी: कोरोना काल के बाद यह पहला साल है जब सारी पाबंदियां हटने के बाद खुलकर लोग इस त्यौहार को मना रहे हैं. कुछ सामानों के दाम तो पिछले साल के मुकाबले कम भी हुए हैं दुकानदारों के अनुसार पिछली बार कोरोना पाबंदी के कारण जहां टोकरी का दाम 350 था इस बार उस टोकरी के दाम घट कर ₹120 तक पहुंच गए हैं. दुकानदारों का कहना है की सूप जो पिछली बार ₹80 का था इस बार 70 या-60 में मिल रहा है. इसी तरह से नारियल और नींबू के दाम पिछली बार ₹60 के करीब था और इस बार कम है. इन सामानों में अधिकतर सामान बिहार से आते हैं. इस बार वहां से सस्ता आ रहा है तो हम आगे ग्राहकों को भी सस्ते दाम पर बेच रहे हैं.
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