नई दिल्ली: द्वारका डिस्टिक के नजफगढ़ के खेड़ा गांव में नालियों और सड़कों की खराब स्थिति के चलते क्षेत्रीय विधायक पर आम लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है. लोगों का कहना है कि कई शिकायतें करने पर भी कोई जवाब नहीं मिला.
'वोट नहीं मिलने पर कर रहे ऐसा व्यवहार'
गांव के बलवंत सिंह का कहना है कि निगम पार्षद के चुनाव में खड़े AAP के उम्मीदवार को हमारे गांव की तरफ से वोट न मिलने पर विधायक कैलाश गहलोत हमारे साथ ऐसा व्यवहार कर रहे हैं.
हमारे गांव की सड़कों की हालत बहुत खराब है. नालियों की व्यवस्था नहीं होने के कारण घर का पानी सड़कों पर आ रहा है.
आसपास के इलाकों में पक्की सड़क और अच्छी नाली की व्यवस्था होने के कारण वहां की कॉलोनियों का पानी भी हमारे गांव में आता है. जिसके कारण गांव में महामारी फैलने का डर बना हुआ है.
'बार-बार करते हैं दवाइयों का छिड़काव'
इस समस्या से बचने के लिए हम लोग बार-बार दवाइयों का छिड़काव करवाते हैं. इसके लिए हम पिछले 3 साल से विधायक के पास जा रहे हैं, लेकिन विधायक कैलाश गहलोत हमारी कोई सुनवाई नहीं कर रहे हैं.
वही जल बोर्ड की पाइप डलवाने के बाद उसे ऐसे ही छोड़ दिया गया, जिसकी वजह से आने जाने वाले बुजुर्गों के पांव मुड़ जाते हैं, और कई बार फ्रैक्चर भी हो जाते हैं.
विधायक का सर फोड़ने की दी धमकी
गांव की खराब स्थिति के बारे में बताते हुए कृष्णा देवी बताती हैं कि हमारे गांव में पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं है.
जिसके लिए हमें दूर से पानी लाना पड़ता है. विधायक की ऐसी अनदेखी पर कृष्णा देवी ने उनका सर तक फोड़ने की धमकी दे डाली.