नई दिल्ली: दिल्ली के एलजी विनय सक्सेना ने मंगलवार को दिल्ली के तमाम डीसीपी के साथ मीटिंग की. इस दौरान उन्होंने पुलिस की कार्रवाई पर संतुष्टि जताई और कुछ राय भी दिए. साथ ही उन्होंने अपने अनुभव भी साझा किS. इस दौरान उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की बहुत खुशी है कि सभी जिले के डीसीपी सार्वजनिक व्यवस्था और कानून के शासन को सुनिश्चित करने वाले काम में बेहतर है. दुनिया के सबसे बड़े महानगरीय पुलिस वालों में से एक के कार्यान्वयन पहलू में सबसे आगे होने के नाते दिल्ली की लगभग ढाई करोड़ आबादी पर नजर रखने और उनकी रक्षा करने में समृद्ध है.
एलजी ने कहा कि जैसे-जैसे हमारी जनसंख्या सामाजिक आर्थिक रूप से बढ़ती है. साथ ही नई-नई तकनीक जीवन को आसान बनाती है. वहीं, उसका एक दूसरा पहलू भी है कि यही तकनीक अपराध को एक नया आयाम भी देती है. इस प्रकार कानून प्रवर्तन की समाज और सरकार की अपेक्षा में तेजी से बढ़ोतरी हुई है.
LG ने कंझावला घटना का किया जिक्र: एलजी ने कंझावला घटना का जिक्र करते हुए कहा कि पुलिस की कोई भी ढिलाई बहुत खतरनाक साबित होती है. जैसे हाल में कंझावला में हुई. इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से पता चलता है कि ऐसी घटना को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उनके अनुसार वास्तव में डाटा और तकनीक पुलिस के काम की प्रकृति को ही बदल रहे हैं. डाटा की मात्रा और विविधता के साथ-साथ लगभग सभी रोजमर्रा की स्थितियों में इसका उपयोग कैसे किया जाता है. इसमें जबरदस्त बढ़ोतरी देखी गई है. इस बदलाव को खतरे के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए.
इसे भी पढ़ें: BJP Protest Against Congress: PM मोदी के पिता को लेकर पवन खेड़ा के बयान पर बीजेपी का प्रदर्शन, कार्यकर्ता हिरसात में
महिलाओं के खिलाफ अपराध में दिल्ली दूसरे स्थान पर: उन्होंने कहा कि एनसीआरबी के आंकड़ों से पता चलता है कि दिल्ली का प्रति लाख जनसंख्या पर हिंसक अपराध के मामलों में तीसरा स्थान है. जबकि, महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले में यह पूरे देश में दूसरे स्थान पर है. ऐसे तथ्य के बावजूद हमारे पास दिल्ली में लगभग 81,000 पुलिस बल उपलब्ध है. उन्होंने श्रद्धा मर्डर मामले का भी जिक्र करते हुए कहा कि हाल में एक लड़की की हत्या कर उसके कई टुकड़े करके फेंके जाने की घटना का खुलासा कई महीनों बाद हुआ.
पीड़ित की संवेदना का रखा जाए ख्याल: एलजी ने तमाम डीसीपी से यह बात कही कि गंभीर घटनाओं को लेकर मीडिया के साथ बातचीत करने में अत्यधिक सावधानी बरती जानी चाहिए. जब भी मीडिया के साथ बातचीत की जाए तो पीड़ितों और उनके परिवार वालों की संवेदनशीलता को आगे रखा जाना चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि मेरी सलाह होगी कि तमाम जिले में पुलिस के किए जाने वाले सकारात्मक कार्यों के बारे में मीडिया को सक्रिय रूप से बताएं.
G20 के आयोजन में दिल्ली पुलिस की होगी महत्वपूर्ण भूमिका: साथ ही उन्होंने पुलिस बल में भर्ती पर भी चर्चा की, लेकिन यह भी कहा कि अभी जो स्थिति है उसी में एक बेहतर सेवा उपलब्ध कराना चाहिए. अंत में उन्होंने G20 शिखर सम्मेलन और शहर में इससे संबंधित कार्यक्रमों की चर्चा करते हुए कहा कि जहां दिल्ली पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका होगी आपको सभी स्तरों पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तैयार रहना होगा.
इसे भी पढ़ें: JNU कैंपस में 19 फरवरी को हुआ था दो गुटों में झड़प, अब ABVP छात्रों ने कर दी बड़ी मांग