नई दिल्ली: दिल्ली में सर्दी के दिनों में आग लगने की घटनाओं में भी तेजी आ गई है. नए साल के शुरुआती 15 दिनों में दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में आगजनी की आधा दर्जन घटनाएं हो चुकी हैं. साउथ दिल्ली में तो आगजनी की घटना में एक बुजुर्ग की मौत भी हो गई है. वैसे हर साल सर्दी में आग लगने की घटना में तेजी आ जाती है. फायर विभाग इसके लिए लोगों की लापरवाही को जिम्मेदार मानते हैं.
फायर विभाग के अधिकारियों का मानना है कि लोग जरा सी सावधानी बरतें तो आग लगने की घटनाओं से बचा जा सकता है. रविवार को वेस्ट दिल्ली और आउटर दिल्ली के इलाके में दो जगह आग लगने की घटना हुई. पहली घटना मायापुरी इंडस्ट्रियल इलाके में टायर की दुकान की है, जबकि दूसरी घटना मुंडका की है. गनीमत रही कि दोनों ही घटना में किसी की जान का कोई नुकसान नहीं हुआ.
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फायर विभाग के डिविजनल ऑफीसर का कहना है कि गर्मी की तरह सर्दियों में भी बिजली का लोड बढ़ जाता है. उनके अनुसार सर्दियों में भी काफी आग की कॉल आती है. दूसरे सीजन के बजाय सर्दियों में आग का पता देर से चलता है. इसलिए इंडस्ट्रियल इलाके के लिए उनकी सलाह है कि अपने लोड को अधिक से अधिक मेंटेन करने की कोशिश करें. जहां बिजली के काम होते हैं, वहां नजर बनाए रखने की अधिक जरूरत होती है. ऐसी किसी घटना की अगर शुरुआत होती है तो आसानी से आग बुझाई जा सके. साथ ही आग बुझाने के उपकरण को भी दुरुस्त रखना चाहिए.
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सर्दी के मौसम में घर में आग लगने की घटना या फिर धुएं से दम घुटने की घटना बढ़ने को लेकर फायर विभाग के अधिकारी का कहना है कि बंद कमरे में अंगीठी नहीं जलाना चाहिए. हीटर का प्रयोग सोच समझकर ही करना चाहिए. क्योंकि इन चीजों की बंद क्षेत्र में इस्तेमाल के दौरान ऑक्सीजन की कमी हो जाती है, जिससे दम घुटने की घटनाएं बढ़ जाती है. बंद कमरे में आग या अंगीठी किसी भी हालत में नहीं जलानी चाहिए. हीटर का इस्तेमाल तब तक ही करना चाहिए जब तक आप जाग रहे हैं, वरना हादसे होने की संभावना बढ़ जाती है. छोटी-छोटी सावधानियां बरत कर आग की घटनाओं को टाला जा सकता है.