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नजफगढ़: फिरनी रोड चौक का ट्रैफिक सिग्नल खराब, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा - ट्रैफिक सिग्नल खराब

नजफगढ़ की फिरनी रोड चौराहे पर लगी सभी लाइटें खराब हो गई हैं, जिसकी वजह से यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. कभी भी यहां बड़ा हादसा हो सकता है.

delhi najafgarh phirni road chowk traffic signals not working
फिरनी रोड चौक का ट्रैफिक सिग्नल खराब
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Published : Jul 2, 2020, 6:48 PM IST

नई दिल्ली: नजफगढ़ की फिरनी रोड चौराहे का ट्रैफिक सिग्नल खराब हो गया है. इस वजह से हर समय हादसे का अंदेशा लगा रहता है. परंतु इसकी तरफ अभी तक संबंधित विभाग का ध्यान नहीं गया है.

फिरनी रोड चौक का ट्रैफिक सिग्नल खराब



वाहन चालक बरत रहे हैं सावधानी

दरअसल चौराहे पर लगी सभी लाइटें खराब हो गई हैं, जिसकी वजह से यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. इसलिए वाहन चालक चौराहे से निकलते वक्त तेज गति में गाड़ी नहीं चलाते और सावधानी बरतते हैं.


ट्रैफिक बढ़ने से बढ़ चुका है एक्सीडेंट का खतरा

बता दें कि अनलॉक होने के बाद से ही सड़कों पर ट्रैफिक बढ़ चुका है और इसी वजह से यहां पर भी वाहनों की आवाजाही अधिक होती है. इसलिए वाहन चालकों के दुर्घटना के शिकार होने का खतरा भी लगातार बढ़ता रहता है.



संबंधित विभाग की लापरवाही आ रही है सामने

चौराहे के आस-पास रेहड़ी पटरी लगाने वाले लोगों का कहना है कि यह ट्रैफिक सिग्नल काफी समय से खराब है, जिसकी वजह से कई बार वाहन चालक दुर्घटना का शिकार होते होते बच चुके हैं. बावजूद इसके संबंधित विभाग द्वारा अब तक इन्हें ठीक नहीं करवाया गया है.

अनलॉक के बाद बढ़ा सड़क हादसा

यहां गौर करने वाली बात ये है कि दिल्ली में मई के पहले हाफ में जहां सड़क हादसों में 14 लोगों की मौत हुई थी. जबकि दूसरे हाफ में सड़क हादसों में 27 लोग मारे गए हैं. गौरतलब है कि दिल्ली में 17 मई से लॉकडाउन में काफी छूट दी गई थी.

जबकि 16 मई तक लॉकडाउन में कोई खास छूट नहीं मिली थी. इस दौरान सड़क हादसों में लगभग 75 फीसदी तक कमी देखने को मिली. लॉकडाउन के लगभग 55 दिनों में सड़क हादसों में 45 लोगों की मौत हुई थी. जबकि बीते अप्रैल माह के 30 दिनों में सड़क हादसे में 22 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी. वहीं 1 से 15 मई के बीच सड़क हादसों में कुल 14 लोग सड़क हादसों में मारे गए थे. वहीं वहीं 16 से 31 मई के बीच सड़क हादसों में 27 लोगों की मौत हुई है.

बीते वर्ष के मुकाबले कम हुए हादसे

लॉकडाउन के मुकाबले भले ही सड़क हादसे बढ़े हैं, लेकिन बीते वर्ष की तुलना में सड़क हादसों में कमी देखने को मिली है. वर्ष 2019 में 31 मई तक जहां सड़क हादसों में 606 लोगों की मौत हुई थी तो वहीं इस अवधि में वर्ष 2020 में 348 लोग सड़क हादसे में मारे गए हैं. वहीं अकेले मई महीने की बात करें तो वर्ष 2019 में जहां 117 लोगों की सड़क हादसों में मौत हुई थी तो वहीं वर्ष 2020 के मई में 41 लोग सड़क हादसों में मारे गए हैं.

नई दिल्ली: नजफगढ़ की फिरनी रोड चौराहे का ट्रैफिक सिग्नल खराब हो गया है. इस वजह से हर समय हादसे का अंदेशा लगा रहता है. परंतु इसकी तरफ अभी तक संबंधित विभाग का ध्यान नहीं गया है.

फिरनी रोड चौक का ट्रैफिक सिग्नल खराब



वाहन चालक बरत रहे हैं सावधानी

दरअसल चौराहे पर लगी सभी लाइटें खराब हो गई हैं, जिसकी वजह से यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. इसलिए वाहन चालक चौराहे से निकलते वक्त तेज गति में गाड़ी नहीं चलाते और सावधानी बरतते हैं.


ट्रैफिक बढ़ने से बढ़ चुका है एक्सीडेंट का खतरा

बता दें कि अनलॉक होने के बाद से ही सड़कों पर ट्रैफिक बढ़ चुका है और इसी वजह से यहां पर भी वाहनों की आवाजाही अधिक होती है. इसलिए वाहन चालकों के दुर्घटना के शिकार होने का खतरा भी लगातार बढ़ता रहता है.



संबंधित विभाग की लापरवाही आ रही है सामने

चौराहे के आस-पास रेहड़ी पटरी लगाने वाले लोगों का कहना है कि यह ट्रैफिक सिग्नल काफी समय से खराब है, जिसकी वजह से कई बार वाहन चालक दुर्घटना का शिकार होते होते बच चुके हैं. बावजूद इसके संबंधित विभाग द्वारा अब तक इन्हें ठीक नहीं करवाया गया है.

अनलॉक के बाद बढ़ा सड़क हादसा

यहां गौर करने वाली बात ये है कि दिल्ली में मई के पहले हाफ में जहां सड़क हादसों में 14 लोगों की मौत हुई थी. जबकि दूसरे हाफ में सड़क हादसों में 27 लोग मारे गए हैं. गौरतलब है कि दिल्ली में 17 मई से लॉकडाउन में काफी छूट दी गई थी.

जबकि 16 मई तक लॉकडाउन में कोई खास छूट नहीं मिली थी. इस दौरान सड़क हादसों में लगभग 75 फीसदी तक कमी देखने को मिली. लॉकडाउन के लगभग 55 दिनों में सड़क हादसों में 45 लोगों की मौत हुई थी. जबकि बीते अप्रैल माह के 30 दिनों में सड़क हादसे में 22 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी. वहीं 1 से 15 मई के बीच सड़क हादसों में कुल 14 लोग सड़क हादसों में मारे गए थे. वहीं वहीं 16 से 31 मई के बीच सड़क हादसों में 27 लोगों की मौत हुई है.

बीते वर्ष के मुकाबले कम हुए हादसे

लॉकडाउन के मुकाबले भले ही सड़क हादसे बढ़े हैं, लेकिन बीते वर्ष की तुलना में सड़क हादसों में कमी देखने को मिली है. वर्ष 2019 में 31 मई तक जहां सड़क हादसों में 606 लोगों की मौत हुई थी तो वहीं इस अवधि में वर्ष 2020 में 348 लोग सड़क हादसे में मारे गए हैं. वहीं अकेले मई महीने की बात करें तो वर्ष 2019 में जहां 117 लोगों की सड़क हादसों में मौत हुई थी तो वहीं वर्ष 2020 के मई में 41 लोग सड़क हादसों में मारे गए हैं.

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