नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में पशुओं की देखभाल के साथ-साथ उन पर होने वाले क्रूरता को रोकने के लिए केजरीवाल सरकार ने पशु कल्याण बोर्ड की स्थापना की है. पहली बैठक दिल्ली सरकार में विकास मंत्री गोपाल राय ने ली. मीटिंग में दिल्ली के सभी जिलों में पशुओं से जुड़े किसी भी मसले को शीघ्र दूर करने का निर्देश दिया गया है. 19 वर्गों में विभाजित विधायक सोमदत्त और बंदना कुमारी समेत कुल 27 सदस्य इस बोर्ड में शामिल किए गए हैं.
राय ने बताया कि केजरीवाल सरकार दिल्लीवासियों के साथ-साथ यहां रहने वाले पशुओं के कल्याण के लिए भी हमेशा कृत संकल्पित रही है. इसी के चलते आज सचिवालय में नवगठित पशु कल्याण बोर्ड की पहली बैठक की गई. इस दौरान बोर्ड के सदस्यों के साथ दिल्ली में पशुओं की बेहतरी के लिए विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई. चर्चा के दौरान मुख्यतः आवारा पशुओं की समस्या सामने आई. उनके इलाज एवं अन्य तरह की व्यवस्थाओं के लिए 5 मोबाइल वैन लगाने के लिए निर्देश दिए गए हैं. पशुओं के हेल्थ चेक अप के लिए सभी सुविधाओं से लैस 5 डायग्नोस्टिक सेंटर्स बनाने के भी निर्देश दिए गए हैं.
पशु कल्याण बोर्ड का उद्देश्य?: विकास मंत्री ने बताया कि इस बोर्ड का मुख्य उद्देश्य सभी प्रकार के जीवों की पीड़ा से बचाव करना और उनकी बेहतरी के लिए रोडमैप तैयार करना है. यह बोर्ड पशु कल्याण से संबंधित कानूनों का दिल्ली में सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित करने और इस कार्य से जुड़ी संस्थाओं की मदद करने का काम करेगा. साथ ही राजधानी के 11 जिलों में पशु कल्याण कार्यो में शमिल संगठनो और निकायों को दिशानिर्देशों सहित वित्तीय और तकनिकी सहायता भी प्रदान करेगा. इसके लिए यह बोर्ड शासन निकाय के रूप में कार्यरत रहेगा.
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