नई दिल्लीः दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल (DCW Chairperson Swati Maliwal) ने द्वारका में एक 17 वर्षीय लड़की पर एसिड हमले को लेकर स्वत: संज्ञान लिया है. उन्होंने दिल्ली पुलिस और गृह विभाग, दिल्ली सरकार को नोटिस जारी किया है. छात्रा अपने स्कूल जा रही थी कि तभी बाइक सवार दो युवकों ने उसके ऊपर तेजाब फेंक दिया. फिलहाल पीड़ित लड़की को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. दिल्ली महिला आयोग की सदस्य वंदना सिंह और फिरदौस खान ने अस्पताल में लड़की से मुलाकात की और उसके परिवार के साथ बातचीत की. आयोग ने लड़की और उसके परिवार को पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया है.
इस घटना पर दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने पुलिस कमिश्नर से भी बात की और उन्होंने घटना पर रिपोर्ट मांगी है. इस घटना पर उन्होंने दुख जताते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि "ये बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. अपराधियों की इतनी हिम्मत आखिर हो कैसे गई? अपराधियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए. दिल्ली में हर बेटी की सुरक्षा हमारे लिए महत्त्वपूर्ण है."
दिल्ली महिला आयोग ने मामले पर संज्ञान लेते हुए दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर मामले में कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है. आयोग ने मामले में गिरफ्तार आरोपियों के विवरण के साथ एफआईआर की मांगी है. आयोग ने लड़की अथवा उसके परिवार द्वारा कोई धमकी मिलने के संबंध में की गई किसी भी शिकायत और उस पर की गई कार्रवाई का विवरण भी मांगा है. इसके अलावा आयोग ने उस दुकान का विवरण मांगा है, जहां से एसिड खरीदा गया था. साथ ही एसिड विक्रेता के खिलाफ की गई कार्रवाई का विवरण भी मांगा है.
इसके अलावा गृह विभाग को भेजे अपने नोटिस में आयोग ने कहा है कि देश भर में खासकर राजधानी में तेजाब आसानी से उपलब्ध है. आयोग ने बार-बार एसिड की खुदरा बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की है. बावजूद आज तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है. इसके अलावा आयोग ने हाल ही में दिल्ली में एसिड की बिक्री को विनियमित करने के लिए दिल्ली सरकार के आदेश के कार्यान्वयन में कमी पर एक रिपोर्ट जारी की थी.
आदेश के अनुसार क्षेत्र के एसडीएम को औचक निरीक्षण करने और उल्लंघन के लिए 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाने का अधिकार है. आयोग की रिपोर्ट से पता चला कि एसिड की बिक्री को विनियमित करने के लिए नियमित निरीक्षण भी दिल्ली के जिलों में नहीं किए जा रहे थे.
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा, “यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि आयोग की बार-बार की सिफारिशों के बावजूद एसिड की खुदरा बिक्री पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया है. बाजार में बेरोकटोक खुलेआम तेजाब बेचा जा रहा है. वास्तव में एसिड प्राप्त करना उतना ही आसान है जितना कि सब्जियां खरीदना. सरकार को तेजाब की खुदरा बिक्री पर रोक लगानी चाहिए. दिल्ली पुलिस को अभियुक्तों को तुरंत गिरफ्तार करना चाहिए और मामले की ठीक से जांच करनी चाहिए ताकि उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जा सके."
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एसिड की बिक्री सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघनः सुप्रीम कोर्ट ने 'लक्ष्मी बनाम भारत संघ और अन्य' के मामले में देश में एसिड हमलों को रोकने के लिए एसिड की बिक्री को विनियमित करने के लिए केंद्र के साथ-साथ राज्य सरकारों को कई दिशा-निर्देश जारी किए हैं. इस संबंध में दिल्ली सरकार ने एसिड की बिक्री को नियंत्रण करने के लिए एक आदेश पारित किया था, जिसमें क्षेत्र के संबंधित उपजिलाधिकारी को नियमों के उल्लंघन पाए जाने पर 50 हजार रुपये तक का जुर्माना लगाने का अधिकार दिया है.