नई दिल्ली: दिल्ली महिला आयोग ने बुधवार को एसिड अटैक सर्वाइवर का दिल्ली के एक प्रमुख कॉलेज में प्रवेश करवाया. हाल ही में आयोग को पीड़िता से दिल्ली के एक प्रमुख विश्वविद्यालय में प्रवेश के संबंध में शिकायत मिली थी. लड़की ने बताया कि उसे दिल्ली के अग्रणी विश्वविद्यालय में एक प्रतिष्ठित कार्यक्रम में प्रवेश के लिए चुना गया था. ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र समय पर प्रस्तुत नहीं कर पाने की वजह से कॉलेज ने उसका प्रवेश रद्द कर दिया. कॉलेज ने प्रक्रियात्मक चूक का हवाला देते हुए उसे प्रवेश देने से इनकार कर दिया था.
14 दिसंबर 2022 को दिल्ली के द्वारका इलाके में पीड़िता के ऊपर एसिड फेंका गया था. पीड़िता स्कूल जा रही थी तभी दो बाइक सवार बदमाशों ने उस पर एसिड फेंक दिया. जिससे वो गंभीर रूप से घायल हो गई और इलाज के लिए कई महीनों तक अस्पताल में भर्ती थी. इस मामले में तीन लोगों की गिरफ्तारी हुई है.
इधर, इस मामले में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार को 29 अगस्त को आयोग के समक्ष उपस्थित होने के लिए समन जारी किया था. और मामले में कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी थी. विश्वविद्यालय के वरिष्ठ प्रतिनिधियों ने 29 अगस्त को आयोग का दौरा किया और पीड़िता को कॉलेज में प्रवेश देने की बात कही.
स्वाति मालीवाल ने कहा कि आयोग का विचार है कि ऐसी प्रतिभाशाली छात्रा का प्रवेश केवल समय पर ईडब्ल्यूएस प्रमाणपत्र प्रदान न करने के आधार पर रद्द नहीं किया जाना चाहिए. मैं उस लड़की से मिली हूं और मैं उसके आत्मविश्वास और साहस से प्रभावित हूं. यहां तक कि उनका परिवार भी यही चाहता है कि उनकी बेटी पढ़े और अपने सपनों को हासिल करे. लड़की के प्रवेश में प्रक्रियात्मक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था और इसलिए, हमने विश्वविद्यालय को समन जारी किया. मुझे खुशी है कि आखिरकार उसे प्रवेश मिल गया. आयोग भविष्य में भी उनकी और उनके परिवार की सहायता करना जारी रखेगा.''