नई दिल्लीः कोरोना की दूसरी लहर के वक्त के हालात शायद कोई दिल्लीवासी नहीं भूल सकता. उस वक्त लोगों को ऑक्सीजन की कमी से लेकर हॉस्पिटल में बेड्स की किल्लत तक झेलनी पड़ी थी. हालांकि, वह समय निकल गया है, लेकिन अब तीसरी लहर का अंदेशा जताया जा रहा है. दिल्ली में लोग अब भी कोरोना गाइडलाइल का पालन नहीं कर रहे हैं. दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के मतगणना के दिन कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ती हुई दिखाई दीं. मतगणना केंद्र की तस्वीरों को देखकर साफ लग रहा था कि तये खुद ही कोरोना की तीसरी लहर को आमंत्रण दे रहे हैं.
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी चुनाव के प्रचार में रैली, जनसभा और रोड शो पर प्रतिबंध था. वहीं, मतगणना वाले दिन काउंटिंग सेंटर के बाहर हालात डराने वाले थे. यहां सैकड़ों की संख्या में लोग जमा थे. ऐसे में सोशल डिस्टेंस तो बहुत दूर की बात थी. इसके अलावा हर 10 में से 8 लोग बिना मास्क के घूमते दिखाई दिये. यहां कोई भी कोविड गाइडलाइंस का पालन करता हुआ नजर नहीं आया. हैरानी कि बात है कि परिजन अपने छोटे बच्चों को भी बिना मास्क के लाये थे.
मतगणना स्थल के बाहर जमा भीड़ में कुछ लोग कोरोना पॉजिटिव हुए, तो सैकड़ों के लिए बड़ा खतरा हो सकता है, लेकिन यह कोई समझने को तैयार ही नहीं था. मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारी ने, जब लोगों को कोरोना गाइडलाइंस की याद दिलाई, तो लोग बेरिकेड से दूर होते दिखे, लेकिन सोशल डिस्टेंस का पालन फिर भी नहीं हुआ. कुछ लोगों ने पुलिस की बात सुनकर मास्क लगाया, तो कुछ फिर भी बेपरवाह दिखे.
ये भी पढ़ें-दिल्ली में गफ्फार और नाईवाला मार्केट बंद, कोरोना नियमों का हुआ था उल्लंघन
बता दें कि केरल में ओणम त्योहार के दौरान भीड़ के कारण हजारों केस बढ़ गए ते. इससे लोगों के साथ सरकार के लिए भी परेशानी खड़ी हो गयी थी. ऐसे में गंभीरता से सोचने वाली बात है कि खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है. सावधानी हटेगी, तो दुर्घटना घटेगी.
ये भी पढ़ें-कोरोना गाइडलाइंस के उल्लंघन पर 3 दिन के लिए गफ्फार और नाईवाला मार्केट बंद