नई दिल्ली: हरिनगर और सुभाष नगर इलाके में लोगों की सुविधा के लिए दिल्ली जल बोर्ड की तरफ से बिल जमा कराने के लिए कैश काउंटर बनाए गए थे. पिछले दो महीने से ये दोनों दफ्तर बंद होने से लोगों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन लोगों की इस समस्या की तरफ किसी का ध्यान नहीं जा रहा है. दफ्तर बंद होने के चलते आसपास की कई कॉलोनी के लोगों को अब मजबूरी में जनकपुरी जाना पड़ता है जहां काफी लंबी लाइन लगी रहती है.
इन दिनों हरि नगर, सुभाष नगर, मायापुरी और आसपास की कई कॉलोनी के लोगों को पानी और सीवर का बिल जमा कराने के साथ ही कई अन्य काम जो जल बोर्ड से जुड़े हैं के लिए धक्के खाने पड़ रहें. दरअसल यहां बने जलबोर्ड के काउंटर पिछले कई महिने से बंद पड़ा है.
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दरअसल हरिनगर और सुभाष नगर इलाके में दिल्ली जल बोर्ड की तरफ से इन कामों के लिए दो काउंटर पिछले कई सालों से चल रहे थे जो अब काफी समय से बंद पड़ा हुआ है. इस वजह से जल बोर्ड से जुड़े कामों के लिए जो लोग यहां आते हैं उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है. दफ्तर के आगे कोई भी नोटिस नहीं लगा है कि काउंटर बंद किया गया है और कब तक बंद रहेगा जिससे लोग परेशान हो रहे हैं. वहीं परेशान लोगों का कहना है कि इन दोनों काउंटर के अलावा जनकपुरी में एक बिल काउंटर है, जहां बिल जमा होता है, लेकिन काफी लंबी लाइन लगी होती है, वहीं इन दिनों ऑनलाइन पेमेंट भी नहीं हो रहा है. जिसकी वजह से उनकी परेशानी और बढ़ गई है और इस समस्या के लिए वह दिल्ली जल बोर्ड के साथ-साथ दिल्ली सरकार पर भी लापरवाही का आरोप लगाया.
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हरि नगर, सुभाष नगर और आसपास के इलाके में रहने वाले लोगों की परेशानी यहीं खत्म नहीं होती. दरअसल इस काउंटर के बंद होने के कारण और ऑनलाइन पेमेंट नहीं होने की चलते जल बोर्ड के बिल जमा कराने में लोगों को देरी हो रही है और इस वजह से जो उनका अगला बिल आ रहा है. उसमें लेट पेमेंट भी जुड़ कर आ रहा है इससे लोगों की नाराजगी और बढ़ गई है. उनका कहना है कि एक तरफ सुविधाएं बंद करके दूसरी तरफ इस तरह से जल बोर्ड उन्हें परेशान कर रहा है और बढ़े हुए बिल भेज रहा है.
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दरअसल पानी के बिल तीन-तीन, चार-चार या कई बार छह महीने में एक बार आते हैं, जिसके चलते लोगों को और परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
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