नई दिल्ली: भाई-बहन के पवित्र त्यौहार रक्षाबंधन को कुछ ही दिन बाकी है. लेकिन, उससे पहले दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है.
दरअसल दिल्ली के द्वारका स्थित झुग्गी में एक 17 साल के भाई ने 100 रुपये का सूट खरीदने पर अपनी बहन की बेरहमी से पिटाई की, साथ ही साथ उसकी आंखें भी फोड़ दी.
भाई करता था आए दिन मारपीट
बिहार की रहने वाली 20 साल की लड़की द्वारका स्थित झुग्गी में अपने भाई और दो छोटे बहन भाइयों के साथ रहती है और उसका 17 साल का भाई आए दिन उसके साथ और उसके छोटे भाई-बहनों के साथ मारपीट किया करता है.
पीड़िता की छोटी बहन ने बताया कि जिस दिन उसकी बड़ी बहन के साथ मारपीट की गई थी, उससे ठीक 1 दिन पहले उसके भाई ने उसके साथ भी मारपीट की थी.
डोर टू डोर कैंपन के अंतर्गत लड़की को बचाया
दरअसल दिल्ली महिला आयोग द्वारा डोर टू डोर कैंपेन चलाया जा रहा है. जिसके अंतर्गत दिल्ली महिला पंचायत प्रोग्राम की महिलाएं घर-घर जाकर महिलाओं की सुरक्षा की जांच कराई है.
इस दौरान जब वह टीम द्वारका स्थित झुग्गी इलाके में पहुंची तो वहां पर उन्होंने एक लड़की के चीखने चिल्लाने की आवाज सुनी और जब उन्होंने इस बारे में पड़ोसियों से बात की तो पड़ोसियों ने बताया कि आए दिन उसका भाई अपनी बहन के साथ मारपीट करता रहता है और जब लड़की के साथ मारपीट की गई तो उनके माता-पिता गांव में थे.
महिला आयोग की टीम के साथ हुआ दुर्व्यवहार
इस दौरान महिला आयोग की टीम उसके घर में घुसने की कोशिश की तो आरोपी भाई ने टीम के साथ भी दुर्व्यवहार किया. हालांकि, जैसे तैसे आयोग की टीम घर में घुस गई और लड़की को खून में लथपथ पाया. लड़की के साथ इतनी मारपीट की गई थी उसका चेहरा सूज गया था.
स्वाति मालीवाल ने की पीड़िता से मुलाकात
इस घटना के तुरंत बाद आयोग की टीम ने लड़की को सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया. जहां पर उसका इलाज जारी है. इसके साथ ही आरोपी भाई के खिलाफ पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई गई है. वहीं दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने भी पीड़िता से अस्पताल में जाकर मुलाकात की. साथ ही कोर्ट से पीड़ितों को मुआवजा देने की गुहार लगाई है.
पीड़ित भाई को मिले सख्त से सख्त सजा
स्वाति मालीवाल ने कहा कि इस घटना ने मुझे अंदर तक झकझोर दिया है. यह घटना तब घटी है जब राखी का पवित्र त्यौहार आ रहा है. ऐसे में एक भाई ने अपनी बहन के साथ ऐसा क्रूर व्यवहार किया जो कि जानवरों से भी बदतर है. उस भाई के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जरूरत है. जिससे कि समाज में इस तरह की घटनाओं पर लगाम लग सके.