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Earth Hour 2023: BSES की 25 मार्च को 1 घंटे बिजली बंद रखने की अपील, जानिए वजह

अर्थ ऑवर विश्व वन्यजीव एवं पर्यावरण संगठन ने एक अभियान शुरू किया है, जिसका उद्देश्य लोगों को बिजली के महत्व के बारे में और पर्यावरण सुरक्षा के बारे में जागरूक करना है.

25 मार्च को 1 घंटे बिजली बंद रखने की अपील
25 मार्च को 1 घंटे बिजली बंद रखने की अपील
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Published : Mar 23, 2023, 5:53 PM IST

नई दिल्ली: 25 मार्च को निजी बिजली कंपनी बीएसईएस ने 1 घंटे के अर्थ आवर के दौरान ग्राहकों से बिजली बंद रखने की अपील की है. बीएसईएस का कहना है कि दुनिया भर में मनाए जा रहे हैं. अर्थ ऑवर में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें और बिजली बचाएं.

25 मार्च को रात एक घंटा बंद रखें बिजली: 25 मार्च को पूरी दुनिया बिजली बचाने के उद्देश्य से हर साल अर्थ ऑवर मनाती है. इस दौरान 1 घंटे के लिए बिजली बंद किया जाता है. अब इसी कड़ी में जागरुकता संदेश देते हुए निजी बिजली कंपनी बीएसईएस की तरफ से उपभोक्ताओं से अपील की गई है कि वे इस शनिवार अर्थ आवर में शामिल हो. इस दौरान रात 8:30 से 9:30 के बीच घर, दफ्तर में गैरजरूरी लाइट्स और अन्य बिजली के उपकरण बंद रखें, ताकि धरती का भविष्य रोशन किया जा सके.

पर्यावरण सुरक्षा के प्रति सामूहिक अभियान: बीएसईएस का कहना है कि वे खुद अपने 400 से अधिक दफ्तरों में अर्थ ऑवर के दौरान गैरजरूरी लाइट्स को बंद रखेंगे. डब्लूडब्लूएफ (वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर) की तरफ से हर साल दुनिया भर में चेंज हो रहे जलवायु को लेकर यह अभियान चलाया जाता है. इस दौरान जरूरी बिजली उपकरणों को छोड़कर बाकी लाइट्स और बिजली के उपकरण को बंद रखने का आह्वान किया जाता है.

दिल्ली में बड़े पैमाने पर बिजली बचत: बीएसईएस से मिली जानकारी के अनुसार, अर्थ ऑवर पहल की वजह से पिछले कई वर्षों में दिल्ली वालों ने बड़े पैमाने पर बिजली बचाई है. बीएसईएस के अनुसार 2022 में अर्थ आवर के दौरान दिल्ली के लोगों ने 171 मेगावाट बिजली बचाई. जबकि इससे पहले 2021 में 334 मेगावाट, 2020 में 79 मेगा वाट, 2019 में 279 मेगा वाट, 2018 में 305 मेगा वाट, इसी तरह 2013 में 250 मेगा वाट और 2012 में 240 मेगावाट बिजली बचाई गई.

ये भी पढ़ें: Bird Flu Updates : बर्ड फ्लू की वैक्सीन के लिए प्रयासरत हैं कई कंपनियां, वायरस को लेकर जीवविज्ञानी ने कही ये बात

विश्व की सबसे बड़ी पर्यावरण मुहिम: बीएसईएस प्रवक्ता के अनुसार वह अपने क्षेत्र के दो करोड़ उपभोक्ताओं से इस अभियान में शामिल होने की अपील की है. हालांकि यह भी साफ किया गया है कि इसमें कोई बंदिश नहीं है. बीएसईएस के अनुसार वह पहले से ही ऊर्जा बचत को बढ़ावा देने के लगातार प्रयास करती रही है. इसी कड़ी में बीएसईएस इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को प्रोत्साहन देने के लिए लगातार चार्जिंग स्टेशन लगाने के साथ-साथ बैट्री स्टोरेज डिमांड-साइड मैनेजमेंट आदि की दिशा में भी काम कर रही है. वहीं भारत में डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के प्रवक्ता का कहना है कि अर्थ ऑवर 2023 लोगों, समुदायों और व्यवसाय से जुड़े लोगों से अनुरोध करती है कि धरती के लिए इस सबसे बड़े मुहिम में शामिल हो और धरती मां के लिए कुछ सार्थक प्रयास करें और 1 घंटे गैर जरूरी बिजली को बंद रखें.

ये भी पढ़ें: जंतर-मंतर पर "मोदी हटाओ-देश बचाओ" अभियान के लिए AAP का मंच तैयार, 3 बजे होगा सीएम का संबोधन

नई दिल्ली: 25 मार्च को निजी बिजली कंपनी बीएसईएस ने 1 घंटे के अर्थ आवर के दौरान ग्राहकों से बिजली बंद रखने की अपील की है. बीएसईएस का कहना है कि दुनिया भर में मनाए जा रहे हैं. अर्थ ऑवर में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें और बिजली बचाएं.

25 मार्च को रात एक घंटा बंद रखें बिजली: 25 मार्च को पूरी दुनिया बिजली बचाने के उद्देश्य से हर साल अर्थ ऑवर मनाती है. इस दौरान 1 घंटे के लिए बिजली बंद किया जाता है. अब इसी कड़ी में जागरुकता संदेश देते हुए निजी बिजली कंपनी बीएसईएस की तरफ से उपभोक्ताओं से अपील की गई है कि वे इस शनिवार अर्थ आवर में शामिल हो. इस दौरान रात 8:30 से 9:30 के बीच घर, दफ्तर में गैरजरूरी लाइट्स और अन्य बिजली के उपकरण बंद रखें, ताकि धरती का भविष्य रोशन किया जा सके.

पर्यावरण सुरक्षा के प्रति सामूहिक अभियान: बीएसईएस का कहना है कि वे खुद अपने 400 से अधिक दफ्तरों में अर्थ ऑवर के दौरान गैरजरूरी लाइट्स को बंद रखेंगे. डब्लूडब्लूएफ (वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर) की तरफ से हर साल दुनिया भर में चेंज हो रहे जलवायु को लेकर यह अभियान चलाया जाता है. इस दौरान जरूरी बिजली उपकरणों को छोड़कर बाकी लाइट्स और बिजली के उपकरण को बंद रखने का आह्वान किया जाता है.

दिल्ली में बड़े पैमाने पर बिजली बचत: बीएसईएस से मिली जानकारी के अनुसार, अर्थ ऑवर पहल की वजह से पिछले कई वर्षों में दिल्ली वालों ने बड़े पैमाने पर बिजली बचाई है. बीएसईएस के अनुसार 2022 में अर्थ आवर के दौरान दिल्ली के लोगों ने 171 मेगावाट बिजली बचाई. जबकि इससे पहले 2021 में 334 मेगावाट, 2020 में 79 मेगा वाट, 2019 में 279 मेगा वाट, 2018 में 305 मेगा वाट, इसी तरह 2013 में 250 मेगा वाट और 2012 में 240 मेगावाट बिजली बचाई गई.

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विश्व की सबसे बड़ी पर्यावरण मुहिम: बीएसईएस प्रवक्ता के अनुसार वह अपने क्षेत्र के दो करोड़ उपभोक्ताओं से इस अभियान में शामिल होने की अपील की है. हालांकि यह भी साफ किया गया है कि इसमें कोई बंदिश नहीं है. बीएसईएस के अनुसार वह पहले से ही ऊर्जा बचत को बढ़ावा देने के लगातार प्रयास करती रही है. इसी कड़ी में बीएसईएस इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को प्रोत्साहन देने के लिए लगातार चार्जिंग स्टेशन लगाने के साथ-साथ बैट्री स्टोरेज डिमांड-साइड मैनेजमेंट आदि की दिशा में भी काम कर रही है. वहीं भारत में डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के प्रवक्ता का कहना है कि अर्थ ऑवर 2023 लोगों, समुदायों और व्यवसाय से जुड़े लोगों से अनुरोध करती है कि धरती के लिए इस सबसे बड़े मुहिम में शामिल हो और धरती मां के लिए कुछ सार्थक प्रयास करें और 1 घंटे गैर जरूरी बिजली को बंद रखें.

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