नई दिल्ली: एमसीडी में बदलाव के बाद जब सत्ता आम आदमी पार्टी के हाथ लगी, तो सबसे बड़ी चुनौतियां आम आदमी पार्टी के लिए चुनाव से पहले किए गए वादों को पूरा करना है. इस बात को लेकर अलग-अलग इलाके में रहने वाले युवाओं की राय भी अलग-अलग है.
युवाओं का कहना है कि जिस तरह से चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी की तरफ से कॉलोनी में साफ-सफाई, कूड़े के पहाड़ को हटाना और एमसीडी के अन्य काम, जिसको लेकर आम आदमी पार्टी बीजेपी पर लगातार आरोप लगा रही थी उन सभी कामों को पूरा करना होगा. हालांकि, उनका यह भी कहना है कि इन सभी कामों को पूरा करना और जनता से किए वादों पर खरा उतरना इतना आसान नहीं होगा.
ऐसे में कुछ युवाओं का यह कहना है कि बीजेपी के शासनकाल में साफ सफाई की बात हो या फिर कूड़े के पहाड़ की. यह समस्या लगातार बढ़ती चली आ रही थी और आम आदमी पार्टी ने इसी को चुनाव में मुद्दा बनाया था और आम आदमी पार्टी ने लोगों का भरोसा भी जीता. ऐसे में अब जब आम आदमी पार्टी एमसीडी में जीत कर आई है तो उससे यह उम्मीद है कि इन सभी कामों को वह पूरा कर जनता के वादों पर खड़ी उतरेगी.
वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि सत्ता में कोई भी पार्टी आए अगर वह जनता से किए वादों को पूरा करती है तो जनता निश्चित रूप से उस पार्टी पर अपना विश्वास जताएगी. क्योंकि पहली बार चुनाव के दौरान पर जनता ने आप के वादों पर भरोसा जताया और नई पार्टी को एक मौका दिया. अब उस पार्टी का दायित्व बनता है कि जनता के वादों को पूरा करें और भविष्य में भी अपने लिए बेहतर रास्ता तैयार करें.
ये भी पढ़ें: दिल्ली में किस पार्टी का होगा मेयर, इन चेहरों पर चल रही है चर्चा, जानिए कौन?
वहीं, इस चुनाव में कई इलाके में युवा प्रत्याशियों को जीत हाथ लगी है. इसमें बीजेपी और आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी भी शामिल हैं. ऐसे में युवाओं को युवा पार्षद पर भरोसा है. उनका कहना है कि राजनीति में युवा काफी दिलचस्पी ले रहे हैं और पढ़े लिखे युवा जब राजनीति में आते हैं तो उनकी सोच से ना सिर्फ राजनीति की दशा और दिशा बदलती है, बल्कि इलाके की बदहाली को दूर करने में भी वे युवा अपनी सोच का इस्तेमाल करते हैं.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप