नई दिल्ली: कोरोना से बचाव के लिए लोगों को अब सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करने के लिए एक रुपया भी खर्च करने की जरूरत नहीं. ना किसी रस्सी का सहारा लेना है. ना किसी तरह का सर्कल बनाने की जरूरत है. कोरोना वायरस से लड़ने के लिए दिल्ली के द्वारका में रहने वाले अनिल बाल्यान ने जीरो बजट का फार्मूला तैयार किया है.
'हर उम्र के लोग कोरोना से बच सकते हैं'
कही भी कैसे भी किसी भी हालत में ये फार्मूला इतना कारगर है कि छोटे बच्चे से लेकर महिलाएं, युवा, बुजुर्ग बड़ी आसानी से इसको कर सकते हैं. अपने जीरो बजट सोशल डिस्टेंनसिंग फार्मूले के बारे में अनिल बाल्यान ने ईटीवी भारत को बताया कि कैसे सोशल डिस्टेनसिंग करके कोरोना को हराना है. जीरो बजट फार्मूले को लोगों को समझाने के लिए अनिल बाल्यान पूरी मेहनत कर रहे हैं.
क्या है जीरो बजट फार्मूला
दिल्ली सरकार के अधिकारी भी मुरीद हो गए ये जान कर कि फार्मूला कितना साइंटिफिक है. अनिल बाल्यान ने सोशल डिस्टेनसिंग पर रिसर्च की उसके बाद जीरो बजट का फार्मूला तैयार किया. इस फ्री के फार्मूले में हाथ को सीधे उठाने हैं और चारों तरफ घूम जाना है. घूमते हुए एक चीज ध्यान रखनी है कि कोई भी व्यक्ति एक दूसरे से टच ना करें. अगर दो लोगों के हाथ टच नहीं होते तो वो दोनों सही सोशल डिस्टेनसिंग में है. जिस भी व्यक्ति को अपना सोशल डिस्टेनसिंग चेक करना है, तो हाथ उठा कर बस घूम जाना है. विदेशों में तो सोशल डिस्टेनसिंग और भी खर्चीला हो गया है. सोशल डिस्टेनसिंग के लिए रोबोट तक काम कर रहे हैं. जबकि इसकी कोई जरूरत ही नहीं है. पूरी दुनिया में सोशल डिस्टेनसिंग मेंटेन करने के लिए अरबों रुपये खर्च हो रहे हैं. वहीं भारत में इस फार्मूले ने सोशल डिस्टेनसिंग का बजट जीरो कर दिया है.
सांसद मनोज तिवारी को भी पसंद आया
इस्कॉन मंदिर द्वारका के कोरोना किचन को देखने पहुंचे आम आदमी पार्टी पार्टी के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज और इस्कॉन के भक्तों ने बाल्यान के सोशल डिस्टेंसिंग के फार्मूले को जाना. सबको जीरो बजट का खास फार्मूला इतना खास लगा कि हर कोई इसका कायल हो गया. साथ ही दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी को भी अनिल बाल्यान ने नए फार्मूले के तहत सोशल डिस्टेनसिंग सिखाई. सांसद मनोज तिवारी ने भी जीरो बजट के फार्मूले को पसंद किया.
विधायक सौरभ भारद्वाज ने फार्मूले की तारीफ की
ग्रेटर कैलाश से विधायक सौरभ भारद्वाज ने बताया कि अनिल बाल्यान का सोशल डिस्टेनसिंग फार्मूला वाकई गजब का है. जो बगैर किसी खर्चे के, बगैर किसी उपकरण के हर जगह कारगर है. जिसको वो अपनी विधानसभा में भी लोगों से करवाएंगें. द्वारका इस्कॉन मंदिर के प्रेजिडेंट पीयूष गोयल ने बताया जैसे इस्कॉन के किचन का खाना बेहतरीन है. ठीक वैसे ही अनिल बाल्यान का फार्मूला दुनिया के लिए कोरोना में नई रोशनी की तरह है.