नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली में कोरोना के मामलों में काफी कमी आयी है, बावजूद इसके कोरोना की संभावित तीसरी लहर (corona third wave) को देखते हुए पुलिस-प्रसाशन अभी से ही इसकी तैयारी और बचाव में लग गयी है. इसी कड़ी में तीसरी लहर से बच्चों को बचाने के लिए तिहाड़ जेल (Tihar Jail) में भी हर संभव कोशिश की जा रही है. यहां 25 बच्चों और उनकी मां को अलग वार्ड में रखा जा रहा है.
जेल सूत्रों का कहना है कि बच्चों को बचाने के लिए न केवल तिहाड़ जेल प्रशासन (Tihar Jail Administration), बल्कि करीब 500 महिला कैदी भी इनके प्रति बहुत संवेदनशील हैं. जेल अधिकारियों ने बताया कि तिहाड़ की महिला जेल नंबर 6 में 9 और मंडोली की महिला जेल नंबर 16 में 15 बच्चे अपनी मां के साथ हैं. 6 साल तक की उम्र वाले इन बच्चों में 2 विदेशी हैं. सभी बच्चे पूरी तरह स्वस्थ हैं.
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पिछले दिनों महिला जेल नंबर 6 में करीब 50 कैदी कोरोन से संक्रमित हो गई थी, तब एक दो महिला कैदी ऐसी भी थी जो बच्चों के साथ रह रही थी. उस वक्त भी जेल प्रशासन ने महिलाओं और बच्चों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए.
अब बच्चों वाली महिला कैदियों को अन्य महिला कैदियों से अलग रखा जा रहा है. बच्चों के खाने पीने का ख्याल रखा जा रहा है. समय-समय पर डॉक्टर के द्वारा जांच कराई जा रही है. तिहाड़ जेल के डीजी संदीप गोयल (Tihar Jail DG Sandeep Goyal) का कहना है कि बच्चों के साथ तमाम कैदियों को कोरोना से बचाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं.