नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने नीरज बवानिया गैंग के एक एक्टिव गैंगस्टर प्रवीण उर्फ विक्रांत को गिरफ्तार किया है. जिसका नाम दिल्ली और यूपी में हत्या के प्रयास, लूट, एक्सटॉर्शन, आर्म्स एक्ट के 18 मामलों में शामिल है. विकासपुरी में तीन साल पहले हुई लूट के मामले में दिल्ली पुलिस को इसकी तलाश थी. क्योंकि यह बेल जंप करके फरार चल रहा था.
डीसीपी आलोक कुमार ने बताया कि गिरफ्तार किया गया बदमाश मूलतः उत्तर प्रदेश के बागपत का रहने वाला है. यह दूसरे गैंग अशोक प्रधान और उसके गैंग के मेंबर्स से बदला लेने की फिराक में था. इसके लिए जेल में बंद नीरज बवानिया की तरफ से इसे डायरेक्शन मिला था. इसीलिए बेल पर निकलने के बाद फरार हो गया था.
गुरुग्राम में रेलवे स्टेशन के पास ट्रैप कर हुई गिरफ्तारी : इसके बारे में लगातार स्पेशल सेल की पुलिस टीम टेक्निकल सर्विलांस की मदद से पता लग रही थी. लगातार आरोपी अपना ठिकाना बदल रहा था, लेकिन इसी बीच स्पेशल पुलिस सेल की टीम को स्पेसिफिक सूचना मिली और इसे गुरुग्राम में रेलवे स्टेशन के पास ट्रैप करके गिरफ्तार कर लिया गया. विकासपुरी में हुई जिस लूट के मामले में यह फरार चल रहा था.
बेल पर निकलकर फरार चल रहा था आरोपी: वारदात 3 साल पहले 25 जुलाई 2020 में हुई थी. आरोप है कि इसने अपने सहयोगी के साथ मिलकर एक घर में घुसकर हथियार की नोक पर लूट की वारदात को अंजाम दिया था. वहां से कैश और ज्वेलरी की लूट की थी. उस मामले में लोकल पुलिस ने पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया था. यह बेल पर निकलकर फरार हो गया था. और सरेंडर करने के बजाय यह नीरज बवानिया के दुश्मन गैंग अशोक प्रधान और उसके मेंबरों से बदला लेने की फिराक में भाग रहा था.
ड्राइवर की नौकरी करते क्रिमिनल्स की संपर्क में आया आरोपी: प्रवीण उर्फ विक्रांत के माता-पिता की पहले मौत हो चुकी है. यह पहले उत्तर प्रदेश से दिल्ली आकर ड्राइवर की नौकरी करता था. यहां उसका संपर्क लोकल क्रिमिनल्स से हो गया और फिर यह नीरज बवानिया गैंग के संपर्क में आ गया और उसके लिए काम करने लगा.