नई दिल्ली: दिल्ली देहात के छावला इलाके में पुल के पास बरसों पुराने प्राचीन हनुमान मंदिर को लेकर गांव वालों में संशय की स्थिति बरकरार है. यह मंदिर रोड से सटा है, जिस वजह से प्रसाशन ने इसे तोड़ने के आदेश दिए हैं. वहीं, गांव वालों ने इसके खिलाफ आवाज उठाई है.
गांव के लोगों ने बताया कि यह मंदिर 50 साल से भी ज्यादा पुराना है. जब बरसों पहले इस इलाके में एक्सीडेंट होने लगा था, तो फिर गांव के लोगों ने ही मिलकर यहां छावला में मंदिर स्थापित किया था. उसके बाद से यहां कोई भी एक्सीडेंट नहीं हुआ. इस मंदिर से ना तो कोई ट्रैफिक की समस्या होती है और ना लोगों को आने-जाने में दिक्कत होती है. गांव के लोगों का कहना है कि बगल में पहले से ही पुल बन चुका है, जिससे लोग आना-जाना करते हैं, तो फिर इस जगह से मंदिर को हटाने की कोई जरूरत ही नहीं है.
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गांव वालों की समस्या अब दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज तक भी पहुंच चुकी है. सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मंदिर यहां से नहीं टूटे इसके लिए उन्होंने उपराज्यपाल वीके सक्सेना को पत्र लिखा है. अब सबकी नजर उन्हीं पर टिकी हुई है कि जल्दी वह इस पर आदेश दे दें, जिससे मंदिर ना टूटे और आसपास के कई गांव के लोगों की आस्था और विश्वास हो भी हानि न हो. लोगों की रक्षा हनुमान जी करते रहें और लोग यहां हर्ष उल्लास से पूजा अर्चना करते रहें, जिससे की यहां के गांव वालों की सुरक्षा होती रहे.
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