नई दिल्ली: शाहदरा के फर्श बाजार में बुधवार को एक घर में सिलेंडर में विस्फोट(Shahdara LPG cylinder blast case) होने से एक महिला समेत चार लोगों की मौत हो गई थी. मामले में दो आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है, गिरफ्तार आरोपियों के नाम आत्माराम गोयल और मनोज गोयल शामिल है.
हादसे में 29 साल का लालचंद ही बच पाया था, जिसने एक छोटी खिड़की से सांस लेकर किसी तरह अपनी जान बचाई थी. बाकी चार लोगों की मौत दम घुटने से हो गई थी. जब आग लगने की सूचना फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीम को मिली थी, तो उन्होंने खिड़की और दरवाजा तोड़कर आग को बुझाया था और सभी को बाहर निकाला था, जिनमें से मुन्नी देवी, नरेश, ओमप्रकाश और सुमन चारों की दम घुटने से मौत हो गई थी.
घटना में लालचंद 25 फीसदी झुलस गया था, पुलिस ने मकान मालिक और दुकानदार के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी.
पूरा मामला
बता दें कि शाहदरा जिला के भीकम सिंह कॉलोनी इलाके में रहने वाला लालचंद मंगलवार रात तकरीबन 12:30 बजे अपने घर में सोने की तैयारी में था, कमरे में तीन भाई-बहन के अलावा मां भी थी. सोने से पहले वह भाई के साथ मोबाइल देख रहा था, तभी जोरदार धमाका हुआ और घर में धुआं भर गया. लालचंद तेजी से उठा और दरवाजा तक गया, लेकिन दरवाजा के सामने गिरे मलबे की वजह से गेट नहीं खुल पाया.
लालचंद तुरंत अपने भाई बहन और मां को उठाया और खिड़की के पास ले गया. तब तक घर में और भी ज्यादा धुआं भर गया. सभी को सांस लेने में तकलीफ होने लगी. सभी लोग किसी तरीके से खिड़की के सहारे सांस लेने का प्रयास करने लगे. इस बीच आसपास के लोगों ने पुलिस और दमकल की टीम को सूचना दी. मौके पर पहुंचे दमकल कर्मी और पुलिसकर्मी ने खिड़की काटकर सभी को बाहर निकाला और पास के अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टर ने लालचंद के दो भाई. एक बहन और मां को मृत घोषित कर दिया, जबकि लालचंद गंभीर रूप से घायल हो गया.
सिलेंडर ब्लास्ट से हुआ हादसा
लालचंद ने ईटीवी भारत से बताया कि मकान के जिस कमरे में वह परिवार के साथ रहता था, उस मकान के दूसरे कमरे में गैस चूल्हा रिपेयरिंग की दुकान थी. साथ ही अवैध रूप से छोटे सिलेंडर में गैस भरने का काम किया जाता था. दुकान में कई भरे हुए गैस सिलेंडर रखे रहते थे. बीती रात सिलेंडर में ब्लास्ट के बाद दीवार टूट गई. बचने के लिए बहुत प्रयास किया, लेकिन वह अपने परिवार के सदस्यों को बचा नहीं पाया.
पुलिस का ब्लास्ट से इनकार
लालचंद के रिश्तेदार का कहना है कि हादसे की वजह अवैध रूप से गैस रिफलिंग है. हालांकि पुलिस ने ब्लास्ट के मामले से इनकार किया है. पुलिस का कहना है कि गैस लीकेज की वजह से आग लग गई और यह हादसा हुआ है. आग में फंसे लालचंद को एएसआई आनंदपाल, कॉन्स्टेबल अजीत सिंह, कॉन्स्टेबल उपेंद्र और कॉन्स्टेबल चेरी ने समय रहते बचा लिया.
1 साल पहले हादसे में हुई थी पिता सहित 4 लोगों की मौत
लालचंद के परिवार में यह पहला हादसा नहीं है, जब उसके परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गई. इससे पहले भी करीब 1 साल पहले अपनी मां की मौत की खबर सुनने के बाद यूपी के गांव जा रहे उसके पिता और तीन चाचा की सड़क हादसे में मौत हो गई थी.
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