नई दिल्ली: लॉकडाउन 4.0 में घरेलू उड़ानों को मंजूरी मिलने के बाद एक बार फिर दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आईजीआई) एयरपोर्ट पर टैक्सी दिखनी शुरू तो हो गई है. लेकिन, अभी भी कम सवारी मिलने से टैक्सी ड्राइवरों के लिए रोजगार की परेशानी खड़ी हो गई है.
ड्राइवरों कि माने तो ऐसे में कमाई बहुत ही कम हो रही है. जिसके कारण उन्हें रोजी रोटी के लिए पैसे निकाल पाना भी मुश्किल हो रहा है. टैक्सी ड्राइवरों की इसी परेशानी को विस्तार से जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम आज फिर दिल्ली एयरपोर्ट पहुंची. जहां टीम ने एयरपोर्ट परिसर के पास मौजूद टैक्सी ड्राइवरों उनकी समस्याएं जानी.
संतुष्ट नहीं हैं टैक्सी ड्राइवर
टैक्सी ड्राइवरों का कहना है कि पिछले 2 महीने से टैक्सी सेवा पूरी तरह से बंद थी. जिसके कारण उन्हें खाने-पीने की समस्याओं से जूझना पड़ रहा था. बीते दो से तीन दिनों से काम खुलने के बाद से थोड़ी राहत तो है लेकिन वह लोग अभी भी संतुष्ट नहीं हैं, क्योंकि अभी भी कमाई बहुत कम हो रही है.
रोटी के लिए पैसे जुटाना मुश्किल
वहीं टैक्सी ड्राइवरों का ऐसा मानना है कि जैसे-जैसे लोगों के काम खुलेंगे वैसे-वैसे गाड़ी फिर पटरी पर आएगी. तब तक लिए यह समय काफी कठिन होगा. अभी के समय रोटी के लिए पैसा भी निकालने में मुश्किल हो रही है.
पहले बचते थे 400-500 रुपये
इसी बीच उबर के टैक्सी ड्राइवर ने हमारी टीम को बताया कि अभी के समय में रोटी के पैसे भी निकाल पाना मुश्किल हो रहा है. पहले रोजाना 400-500 रुपये बच भी जाते थे, जिसमें टैक्सी की गैस, अपना घर खर्च और टैक्सी की किस्त भी निकालनी होती थी.
ड्राइवरों की अपील
इतना ही नहीं, सभी टैक्सी ड्राइवरों ने सरकार से अपील करते हुए मांग की है की वह एहतियात बरतते हुए अन्य कामों को भी मंजूरी दे दें.