नई दिल्ली: इकनोमिक ऑफेंस विंग ने फर्जी कागजातों के आधार पर लोन दिलाने के मामले में एक एजेंट को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने लोन दिलाने के एवज में 1 लाख 28 हजार रुपये वसूले थे. इसका खुलासा तब हुआ जब एक कस्टमर डिफाल्टर हो गया.
5 लाख लोन के लिए वसूले 1 लाख 28 हजार रुपये
EOW के अतिरिक्त DCP ने बताया कि दिल्ली नागरिक सहकारी बैंक लिमिटेड के अधिकारी ने फर्जी डॉक्यूमेंट के आधार पर लोन लेने की शिकायत दर्ज करवाई थी. मामले की जांच में पुलिस को पता चला कि लोन दिलाने वाले आरोपी घासी राम ने 5 लाख रुपये लोन दिलाने के एवज में ब्रह्म सिंह के ग्राहक से 1 लाख 28 हजार रुपये वसूले और फर्जी कागजात बना कर उसे लोन दिलवा दिया.
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पुलिस की रेड से बचकर कोर्ट में किया सरेंडर
सबूत के आधार पर EOW के अधिकारियों ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए कई जगह रेड डाली, लेकिन आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बचता रहा, अंत में उसने कोर्ट में सरेंडर कर दिया.
पहले भी जा चुका है जेल
आरोपी घासी राम पर पहले से ही कई मामले दर्ज हैं. जिनमें से एक में वो 6 साल की जेल भी काट चुका है. आरोपी ने अब तक एक दर्जन से भी ज्यादा बैंक से लोन लिया है, जिसके भुगतान में वो डिफाल्टर हो चुका है. आर्थिक अपराध शाखा की टीम इस मामले में अब आगे की कार्रवाई कर रही है.