नई दिल्ली: फर्जी वीजा बनाकर गल्फ कंट्री में नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी करने वाले गिरोह का मास्टरमाइंड इनामुल हक अंसारी इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकी दानिश अंसारी का भांजा है. जांच में पता चला है कि इसने खाड़ी (गल्फ) देशों में नौकरी दिलाने का धोखा देकर भोले भाले लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी कर चुका है. इसका खुलासा दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने की थी. पुलिस ने इस मामले में 7 लोगों को गिरफ्तार किया था.
बताया जा रहा है कि क्राइम ब्रांच की टीम ने जब फर्जीवाड़ा के रैकेट का खुलासा किया तो गिरफ्तार मास्टरमाइंड इनामुल हक अंसारी से आगे की विस्तृत पूछताछ में कई जानकारी मिली. दिल्ली के ज़ाकिर नगर इलाके में रहने वाला बीटेक पास इनामुल करीब हजार लोगों को ठगी का शिकार बना चुका है. वह मूल रूप से बिहार के दरभंगा जिले का रहने वाला है.
जानिए कौन है दानिश अंसारीः इस साल जुलाई में एनआईए कोर्ट ने दानिश अंसारी सहित इंडियन मुजाहिदीन के चार आतंकवादियों को 10 साल की सजा सुनाई थी. यह भी पता चला था कि आतंकी यासीन भटकल को छिपाने में दानिश अंसारी ने मदद की थी. दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल की टीम ने 12 साल पहले इंडियन मुजाहिद्दीन के बिहार स्थित दरभंगा मॉडल का भंडाफोड़ 2011 में किया था.
उस पर आरोप था कि उसने आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होकर बड़ी-बड़ी प्लानिंग की और देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने की योजना भी बना रहा था. इनामुल हक अंसारी का मामा दानिश अंसारी इंडियन मुजाहिद्दीन आतंकी संगठन के सरगना यासीन भटकल का भी बेहद करीबी है. जामा मस्जिद फायरिंग और 2011 में मुंबई धमाका के लिए इंडियन मुजाहिदीन के दरभंगा मॉडयूल को जिम्मेदार बताया गया था.