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गीले और सूखे कूड़े को अलग-अलग रखने के लिए लोगों को किया जागरूक - एसडीएमसी

फेडरेशन ऑफ सीजीएचएस द्वारका और एसडीएमसी ने मिलकर एक मीटिंग की. जिस दौरान द्वारका सेक्टर-22 में लोगों को लोगों को गीले और सूखे कूड़े को अलग अलग कर कर देने के लिए जागरूक किया.

Federation of CGHS Dwarka and Sdmc meeting
फेडरेशन ऑफ सीजीएचएस द्वारका और SDMC की बैठक
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Published : Sep 30, 2020, 10:00 AM IST

नई दिल्ली: गीले और सूखे कूड़े को अलग-अलग देने को लेकर नोटिस के बाद अब फेडरेशन ऑफ सीजीएचएस द्वारका लिमिटेड और एसडीएमसी साथ मिलकर आगे आ रहे है और लोगों को गीला व सूखा कूड़ा अलग करके देने के लिए जागरूक कर रहे है.

कचरा पृथक्करण के लिए जागरूक किया

जागरूक करने के लिए आयोजित की मीटिंग

इसी क्रम में द्वारका सेक्टर-22 स्थित दिल्ली अपार्टमेंट में फेडरेशन ऑफ सीजीएचएस द्वारका और एसडीएमसी ने मिलकर एक मीटिंग आयोजित की. जिसमें उन्होंने द्वारका वासियों और द्वारका की सोसायटी में काम करने वाले स्टाफ को बुलाकर गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग करके देने के लिए जागरूक किया.

जागरूक करने के साथ-साथ लोगों को बताएं फायदे

इस कार्यक्रम में फेडरेशन ऑफ सीजीएचएस द्वारका लिमिटेड की तरफ से प्रेसिडेंट सुधा सिन्हा और एसडीएमसी की तरफ से पूर्व सदन नेता कमलजीत सहरावत और एसडीएमसी के डीसी राधा कृष्णा भी उपस्थित हुए. जिन्होंने लोगों को गीले और सूखे कूड़े को अलग अलग कर कर देने के लिए जागरूक किया.

लोगों को उसके फायदे समझाएं. इस कार्यक्रम में एसडीएमसी द्वारा भी गीले और सूखे कूड़े को इकट्ठा करने व उसको कम्पोस्ट करने के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में भी लोगों की अवगत कराया गया.



पर्यावरण को सुधारने और बेहतर बनाने के लिए जरूरी

एसडीएमसी के मुताबिक गीले और सूखे कूड़े को अलग-अलग देना जरूरी है क्योंकि अलग-अलग कूड़ा उठाने से ही एमसीडी इन कूड़ों को सही तरह से कम्पोस्ट कर पाएगी, जिससे वह खाद बनाकर दिल्ली के पर्यावरण को सुधारने और बेहतर बनाने के लिए पेड़ और पौधों में डाल सकेंगे.

नई दिल्ली: गीले और सूखे कूड़े को अलग-अलग देने को लेकर नोटिस के बाद अब फेडरेशन ऑफ सीजीएचएस द्वारका लिमिटेड और एसडीएमसी साथ मिलकर आगे आ रहे है और लोगों को गीला व सूखा कूड़ा अलग करके देने के लिए जागरूक कर रहे है.

कचरा पृथक्करण के लिए जागरूक किया

जागरूक करने के लिए आयोजित की मीटिंग

इसी क्रम में द्वारका सेक्टर-22 स्थित दिल्ली अपार्टमेंट में फेडरेशन ऑफ सीजीएचएस द्वारका और एसडीएमसी ने मिलकर एक मीटिंग आयोजित की. जिसमें उन्होंने द्वारका वासियों और द्वारका की सोसायटी में काम करने वाले स्टाफ को बुलाकर गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग करके देने के लिए जागरूक किया.

जागरूक करने के साथ-साथ लोगों को बताएं फायदे

इस कार्यक्रम में फेडरेशन ऑफ सीजीएचएस द्वारका लिमिटेड की तरफ से प्रेसिडेंट सुधा सिन्हा और एसडीएमसी की तरफ से पूर्व सदन नेता कमलजीत सहरावत और एसडीएमसी के डीसी राधा कृष्णा भी उपस्थित हुए. जिन्होंने लोगों को गीले और सूखे कूड़े को अलग अलग कर कर देने के लिए जागरूक किया.

लोगों को उसके फायदे समझाएं. इस कार्यक्रम में एसडीएमसी द्वारा भी गीले और सूखे कूड़े को इकट्ठा करने व उसको कम्पोस्ट करने के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में भी लोगों की अवगत कराया गया.



पर्यावरण को सुधारने और बेहतर बनाने के लिए जरूरी

एसडीएमसी के मुताबिक गीले और सूखे कूड़े को अलग-अलग देना जरूरी है क्योंकि अलग-अलग कूड़ा उठाने से ही एमसीडी इन कूड़ों को सही तरह से कम्पोस्ट कर पाएगी, जिससे वह खाद बनाकर दिल्ली के पर्यावरण को सुधारने और बेहतर बनाने के लिए पेड़ और पौधों में डाल सकेंगे.

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