नई दिल्ली: द्वारका जिला पुलिस ने "छोटी सी खुशी" एनजीओ के साथ मिलकर वर्ल्ड लिटरेसी डे के मौके पर एक पेंटिंग कंपटीशन का आयोजन किया. यह पेंटिंग कंपटीशन कोरोना वायरस को लेकर जागरूकता फैलाने की थीम पर आधारित था.
लगभग 50 बच्चों ने लिया हिस्सा
इस कंपटीशन में लगभग 50 बच्चों ने भाग लिया. जिनमें सभी बच्चों को सर्टिफिकेट दिया गया वहीं अच्छी पेंटिंग बनाने वाले बच्चों को किताबें, पेंटिंग किट, कलर किट आदि भी दिए गए. इस दौरान द्वारका जिले के डीसीपी, एडिशनल डीसीपी 1, एडिशनल डीसीपी 2 और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे. जिन्होंने बच्चों के सामने अपने विचार रखे और उन्हें भविष्य में अच्छा बनने और अच्छा कार्य करने के लिए प्रोत्साहित भी किया.
साक्षरता के महत्व पर प्रकाश डालना उद्देश्य
आपको बता दें कि यह दिवस सबसे पहले सन 1966 में मनाया गया था. तब से आज तक पूरे विश्व में 8 सितंबर को वर्ल्ड लिटरेसी डे के रूप में मनाया जाता है. जिसका उद्देश्य व्यक्तिगत, सामुदायिक और सामाजिक रूप से लिटरेसी (साक्षरता) के महत्व पर प्रकाश डालना है.
क्यों मनाया जाता है वर्ल्ड लिटरेसी डे
पूरे विश्व में साक्षरता दिवस 8 सितंबर को मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का उद्देश्य समाज में लोगों के प्रति शिक्षा को प्राथमिकता देने को बढ़ावा देना है. साल 1966 में पहला साक्षरता दिवस मनाया गया था और साल 2009-2010 में सयुंक्त राष्ट्र साक्षरता दशक घोषित किया गया. तब से आज तक पूरे विश्व में 8 सितंबर को विश्व साक्षरता दिवस के रूप में मनाया जाता है.