नई दिल्लीः इस कोरोना महामारी में जहां एक तरफ लोगों का जान बचाना मुश्किल हो रहा है, वहीं दूसरी तरफ इस मौके का फायदा उठाकर खूब ब्लैक मार्केटिंग भी की जा रही है. डीसीपी द्वारका संतोष कुमार मीणा ने बताया कि द्वारका एएटीएस ने रेमेडेसीवर की कालाबाजारी करने के आरोप में महिला सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान सुमन (बदल हुआ नाम) और नवीन के रूप में हुई है.
8 इंजेक्शन बरामद
दोनों आरोपी उत्तम नगर के ही रहने वाले हैं. डीसीपी संतोष कुमार मीणा के अनुसार पुलिस ने सूत्रों से कालाबाजारी की गुप्त सूचना पर दोनों आरोपियों को नजफगढ़ के नानक पाव बस स्टैंड के पास से गिरफ्तार किया है, जिनके पास से टोटल 8 रेमेडेसीवर इंजेक्शन बरामद किए गए हैं.
आरोपी महिला माता रूप रानी मग्गो हॉस्पिटल में नर्स
आरोपी महिला माता रूप रानी मग्गो हॉस्पिटल में 3 सालों से नर्स के रूप में काम कर रही है और यहीं से महिला ने रेमेडेसीवर इंजेक्शन को निकाल कर अपने साथी नवीन, जो कि हॉस्पिटल का एक्स एम्प्लोयी है को दिया. जिसे वो मनमाने रेट में बेच कर ज्यादा और जल्दी पैसे बना सकें.
बता दें कि एक तरफ पुलिस लगातार लोगों की जाने बचाने की कोशिश में लगी है. साथ ही लोगों की मदद के लिए भी आगे आ रही है. वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग कालाबाजारी कर जल्द से जल्द और ज्यादा पैसा बनाने की कोशिश में लगे रहते हैं. पुलिस इस मामले में आगे की जांच में जुट गई है.