नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. 3 साल पहले पूर्वी दिल्ली दंगे में हेड कांस्टेबल रतन लाल की हत्या के मामले में मुख्य षड्यंत्रकारी को स्पेशल सेल की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है. इसकी गिरफ्तारी के लिए एक लाख का इनाम रखा गया था. यह 3 साल से ज्यादा समय से फरार चल रहा था. दिल्ली पुलिस का वांटेड था. इसे भगोड़ा भी घोषित किया जा चुका था. गिरफ्तार आरोपी की पहचान मोहम्मद अयाज के रूप में हुई है, यह चांद बाग दिल्ली का रहने वाला है.
बेंगलुरु में छिपा था मास्टरमाइंड: स्पेशल सेल के स्पेशल सीपी एचएस धालीवाल ने बताया कि इसे कर्नाटक के बेंगलुरु क्षेत्र से आगे एक गांव में छापा मारकर गिरफ्तार किया गया है. मास्टरमाइंड को गिरफ्तार करने के लिए काफी समय से पुलिस की टीम लगी थी, लेकिन इसका लोकेशन सही से पता नहीं चल पा रहा था. आखिरकार जून के पहले सप्ताह में स्पेशल सेल की टीम को पता चल गया कि वह बेंगलुरु से 100 किलोमीटर आगे चिकबलपुर जिला के एक गांव में छुपा है. स्पेशल सेल की टीम वहां पहुंची और इसे ट्रेप करके गिरफ्तार कर लिया.
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क्या है पूरा मामला: गौरतलब है कि जनवरी 2020 में नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में हुए दंगे में हेड कांस्टेबल रतन लाल की हत्या कर दी गई थी. वहीं डीसीपी शाहदरा अमित शर्मा और एसीपी गोकुलपुरी अनुज कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए थे. उस मामले में षड्यंत्रकारी मोहम्मद अयाज अपने भाई खालिद और दूसरे साथियों के साथ मिलकर सीए और एनआरसी का विरोध कर रहा था. तभी चांद बाग इलाके में ईट, पत्थरों और लोहे की रॉड से पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमला कर दिया था. यह सनसनीखेज मामला 24 फरवरी 2020 की है. मामले में दयालपुर थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी.