नई दिल्ली: आउटर डिस्ट्रिक्ट की स्पेशल स्टाफ टीम ने नकली कीटनाशक बनाने वाली फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने मामले में तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है. साथ ही भारी मात्रा में नकली सल्फास कीटनाशक, मशीनें और कई अन्य रसायन बरामद किए हैं. आरोपियों की पहचान संदीप, रोबिन और योगेश के रूप में हुई है. जानकारी के अनुसार संदीप फैक्ट्री का मालिक है, योगेश मैनेजर है और रोबिन फैक्ट्री का केयरटेकर है.
डीसीपी आउटर हरेंद्र सिंह ने बताया कि मुंडका-रानहोला रोड पर स्थित फैक्टरी पर छापा मारकर इस गोरखधंधे का पर्दाफाश किया गया. पुलिस को सल्फास की नकली गोलियां बनाने के बारे में एक इंफॉर्मेशन मिली थी. उस सूचना पर एसीपी ऑपरेशन अरुण कुमार चौधरी की देखरेख में टीम ने इंफॉर्मेशन की जांच की. जब पुलिस को पुख्ता जानकारी मिल गई, तो फैक्ट्री में छापा मारा गया. पुलिस ने मौके से 120 किलो सल्फास के टेबलेट, 2000 किलो यूरिया से बना हुआ रॉ मटेरियल और 5000 बोतल बरामद किया है.
डीसीपी ने बताया कि 29 अप्रैल को इंसेक्टिसाइड इंस्पेक्टर सत्यवीर शर्मा के द्वारा इस मामले को लेकर एक शिकायत भी दर्ज कराई गई थी. जिसमें बताया गया था कि मुंडका थाना इलाके में एक नकली फैक्ट्री चलाई जा रही है. हरियाणा के रोहतक के रहने वाले लोग मिलकर गोरखधंधा चला रहे हैं. यहां पर नकली सल्फास की गोलियां बनाई जाती है.
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मोटी प्रॉफिट के लिए किया गोरखधंधे का काम: पूछताछ में आरोपी संदीप ने पुलिस को बताया कि वह पहले किसी दूसरे की फैक्ट्री में काम था. वहीं से यह आइडिया आया कि अगर वह भी इसी तरह से फर्जीवाड़ा का काम करेगा, तो उसे मोटी प्रॉफिट होगी. फिर उसने और भी लोगों को साथ मिलाया और गोरखधंधे का काम शुरू कर दिया. आरोपी कहां-कहां नकली गोलियों को सप्लाई कर चुका है. पुलिस इसका पता लगा रही है. साथ ही पुलिस द्वारा इस गोरखधंधे में और कौन-कौन लोग शामिल हैं, इसकी भी छानबीन की जा रही है.
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