नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की जेल बेल सेल की टीम एक शातिर लुटेरा को गिरफ्तार किया है. आरोपी के पास से लूटा गया गोल्ड चेन भी बरामद किया है और जिस स्कूटी से इसने वारदात को अंजाम दिया था उसे भी जब्त कर लिया है. पुलिस का कहना है कि आरोपी दिल्ली की सड़कों पर सरेआम महिलाओं से लूट और स्नैचिंग जैसी वारदातों को अंजाम देता था. गिरफ्तार आरोपी की पहचान भारत उर्फ संजय के रूप में हुई है, जो रानाजी एनक्लेव नजफगढ़ का रहने वाला है. यह उत्तम नगर थाने का घोषित बीसी भी है. इसके ऊपर पहले से लूट, स्नैचिंग, चोरी और ऑटो लिफ्टिंग के 20 मामले दर्ज है.
डीसीपी एम हर्षवर्धन ने कहा कि इससे पूछताछ में पता चला कि इस पर तिलक नगर, उत्तम नगर, विकासपुरी, पश्चिम विहार और खजूरी खास थाना इलाकों में 20 मामले दर्ज हैं. आगे उसने बताया कि 22 दिन पहले इसने स्कूटी चुराई और फिर किरण गार्डन इलाके में महिला के गले से गोल्ड चेन लूटकर फरार हो गया था. किराए के मकान में रहकर इस तरह की वारदात को अंजाम देता था.
दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ा शातिर क्रिमिनल: साउथ वेस्ट दिल्ली के डाबड़ी इलाके में चोरी की 11 वारदात को अंजाम देने वाले एक अपराधी को बिंदापुर थाना की पुलिस ने गिरफ्तार किया है. डीसीपी द्वारका एम हर्षवर्धन ने बताया कि यह पुलिस की नजर से ओझल होकर फरार चल रहा था, लेकिन टेक्निकल सर्विलांस और लोकल इंटेलिजेंस की मदद से इस शातिर को गिरफ्तार कर लिया. यह द्वारका जिला पुलिस का वांटेड था और कोर्ट ने भी इसे भगोड़ा घोषित कर दिया था. आरोपी की पहचान अतुल कुमार उर्फ सुनील के रूप में हुई है. फिलहाल पुलिस आरोपित को न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया है.
ऑटो लिफ्टर गैंग का पर्दाफाश: बाहरी जिला के एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वाड की पुलिस टीम ने ऑटो लिफ्टर गैंग का पर्दाफाश किया है. उनके पास से चोरी की 8 मोटरसाइकिल और स्कूटी बरामद किया गया है. इनकी पहचान राजेंद्र सिंह उर्फ मोनू केशव कुमार और संदीप और प्रदीप के रूप में हुई है. तीनों विकासनगर, जीवन पार्क और विकास कुंज के रहने वाले हैं. इनके पास से जो स्कूटी और मोटरसाइकिल बरामद की गई है वह रोहिणी पश्चिम, विहार वेस्ट, पंजाबी बाग, रनहोला, निहाल विहार, हरीनगर, विजय विहार और कीर्ति नगर थाना इलाकों से चुराई गई थी. इनकी गिरफ्तारी से पुलिस ने 8 मामलों का खुलासा किया है.
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पुलिस के अनुसार, राजेंद्र सिंह उर्फ मोनू दो मामलों में पहले से शामिल रहा है. जबकि केशव एक मामले में शामिल है और संदीप 3 मामलों को अंजाम दे चुका है. डीसीपी आउटर हरेंद्र सिंह ने बताया कि इस ऑटो लिफ्टर गैंग के बारे में एटीएस की टीम को गुप्त सूचना मिली थी. जिसके बाद यह कार्रवाई की गई. फिलहाल पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि अब तक इन लोगों ने कितनी वारदातों को अंजाम दिया है. क्या इस गैंग में और भी लोग शामिल है?
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