ETV Bharat / state

फेसबुक से मंजीत महाल गैंग में हुई थी एंट्री, ट्रायल में मिला था मर्डर का काम! पहुंच गया हवालात

दरअसल हरियाणा में रहने वाला रवि, मंजीत महाल गैंग से बेहद प्रभावित था और इसका हिस्सा बनना चाहता था. इसलिए उसने मंजीत के गुर्गे सतेंद्र भिंडा को फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी

फेसबुक से दोस्ती कर बनना चाहता था गैंगस्टर
author img

By

Published : Sep 18, 2019, 11:35 PM IST

नई दिल्ली: क्राइम ब्रांच ने सतेंद्र उर्फ भिंडा गैंग के दो युवकों को गिरफ्तार किया है, ये दोनों एक रेस्तरां के मालिक से रंगदारी मांगने के मामले में आरोपी है.

फेसबुक से मंजीत महाल के गैंग में हुआ शामिल, क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार

दरअसल हरियाणा में रहने वाला रवि, मंजीत महाल गैंग से बेहद प्रभावित था और इसका हिस्सा बनना चाहता था. इसलिए उसने मंजीत के गुर्गे सतेंद्र भिंडा को फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी. सतेंद्र ने उसे पहला काम एक रेस्तरां पर गोली चलाने का दिया और मालिक से 30 लाख रुपये की रंगदारी मांगी. रकम नहीं देने पर उसने रवि को रेस्तरां मालिक को मारने के लिए कहा, लेकिन इससे पहले ही वो साथी समेत गिरफ्तार हो गया.

डीसीपी जी. रामगोपाल नायक के अनुसार 11 सितंबर की रात जाफरपुर कलां के एक रेस्टोरेंट पर बाइक सवार बदमाशों ने गोली चलाई थी. ये गोली वहां एक सुंदर नामक ग्राहक को जा लगी थी. इस घटना को लेकर जाफरपुर कलां थाने में मामला दर्ज किया गया था. घटना के एक-दो दिन बाद ही रेस्टोरेंट के मालिक को 30 लाख रुपये की रंगदारी के लिए कॉल आने लगी.

कॉल करने वाला खुद को गैंगस्टर प्रदीप सोलंकी का भाई सतेंदर उर्फ भिंडा बता रहा था, जो मंजीत महाल का साथी है. इसे लेकर जाफरपुर कलां थाने में पीड़ित ने शिकायत दर्ज करवाई थी.

नजफगढ़ से गिरफ्तार हुए मंजीत महाल के गुर्गे
मामले की गंभीरता को देखते हुए क्राइम ब्रांच की एसीपी श्वेता सिंह चौहान की देखरेख में इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह और एसआई कृष्ण की टीम छानबीन में जुटी हुई थी. हाल ही में पुलिस को सूचना मिली कि इस वारदात में सतेंद्र उर्फ भिंडा गैंग के दो युवक शामिल हैं और वो शाम के समय मितराऊं चौक के पास आएंगे. वो रेस्टोरेंट के मालिक की हत्या करने की फिराक में हैं.

एक पिस्तौल और जिंदा कारतूस बरामद
इस जानकारी पर पुलिस टीम ने शाम के समय नजफगढ़ रोड के पास से टिंकू उर्फ शिवांश और रवि खरब उर्फ सनी दादा को गिरफ्तार कर लिया. तलाशी में इनके पास से एक पिस्तौल और जिंदा कारतूस भी बरामद हुए. इनके पास मौजूद बाइक भी हरियाणा के बादल इलाके से चोरी की गई थी. पुलिस ने इनके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया.

फेसबुक से मंजीत महाल के गैंग में हुआ शामिल
पूछताछ में रवि खराब ने पुलिस को बताया कि वो मंजीत महाल के गैंग में शामिल होना चाहता था. इसलिए उसने सत्येंद्र भिंडा को फेसबुक के माध्यम से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी. इसके बाद वो उसके संपर्क में आ गया और उससे मुलाकात की. वो सत्येंद्र भिंडा को उसके फेसबुक पेज पर फॉलो करता था. वहां से हुई दोस्ती के चलते उसने रेस्तरां पर गोली चलाने का काम रवि को सौंपा था. रवि ने इसमें अपने दोस्त टिंकू को शामिल कर लिया.

रेस्तरां मालिक को मारना चाहते थे आरोपी
पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया कि रेस्तरां का मालिक 30 लाख रुपये नहीं दे रहा था. इसलिए वो उसकी हत्या का मौका तलाश रहे थे. इस हत्या के जरिये वह इलाके में भय का माहौल बनाना चाहते थे ताकि भविष्य में कोई उन्हें रंगदारी के लिए मना न करे. फिलहाल इनकी गिरफ्तारी से तीन वारदातों को सुलझाने का दावा पुलिस ने किया है. गिरफ्तार किया गया रवि पुलिस या आर्मी में भर्ती होना चाहता था. वहीं टिंकू को बीते जुलाई महीने में बहादुरगढ़ पुलिस ने आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ्तार किया था.

नई दिल्ली: क्राइम ब्रांच ने सतेंद्र उर्फ भिंडा गैंग के दो युवकों को गिरफ्तार किया है, ये दोनों एक रेस्तरां के मालिक से रंगदारी मांगने के मामले में आरोपी है.

फेसबुक से मंजीत महाल के गैंग में हुआ शामिल, क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार

दरअसल हरियाणा में रहने वाला रवि, मंजीत महाल गैंग से बेहद प्रभावित था और इसका हिस्सा बनना चाहता था. इसलिए उसने मंजीत के गुर्गे सतेंद्र भिंडा को फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी. सतेंद्र ने उसे पहला काम एक रेस्तरां पर गोली चलाने का दिया और मालिक से 30 लाख रुपये की रंगदारी मांगी. रकम नहीं देने पर उसने रवि को रेस्तरां मालिक को मारने के लिए कहा, लेकिन इससे पहले ही वो साथी समेत गिरफ्तार हो गया.

डीसीपी जी. रामगोपाल नायक के अनुसार 11 सितंबर की रात जाफरपुर कलां के एक रेस्टोरेंट पर बाइक सवार बदमाशों ने गोली चलाई थी. ये गोली वहां एक सुंदर नामक ग्राहक को जा लगी थी. इस घटना को लेकर जाफरपुर कलां थाने में मामला दर्ज किया गया था. घटना के एक-दो दिन बाद ही रेस्टोरेंट के मालिक को 30 लाख रुपये की रंगदारी के लिए कॉल आने लगी.

कॉल करने वाला खुद को गैंगस्टर प्रदीप सोलंकी का भाई सतेंदर उर्फ भिंडा बता रहा था, जो मंजीत महाल का साथी है. इसे लेकर जाफरपुर कलां थाने में पीड़ित ने शिकायत दर्ज करवाई थी.

नजफगढ़ से गिरफ्तार हुए मंजीत महाल के गुर्गे
मामले की गंभीरता को देखते हुए क्राइम ब्रांच की एसीपी श्वेता सिंह चौहान की देखरेख में इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह और एसआई कृष्ण की टीम छानबीन में जुटी हुई थी. हाल ही में पुलिस को सूचना मिली कि इस वारदात में सतेंद्र उर्फ भिंडा गैंग के दो युवक शामिल हैं और वो शाम के समय मितराऊं चौक के पास आएंगे. वो रेस्टोरेंट के मालिक की हत्या करने की फिराक में हैं.

एक पिस्तौल और जिंदा कारतूस बरामद
इस जानकारी पर पुलिस टीम ने शाम के समय नजफगढ़ रोड के पास से टिंकू उर्फ शिवांश और रवि खरब उर्फ सनी दादा को गिरफ्तार कर लिया. तलाशी में इनके पास से एक पिस्तौल और जिंदा कारतूस भी बरामद हुए. इनके पास मौजूद बाइक भी हरियाणा के बादल इलाके से चोरी की गई थी. पुलिस ने इनके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया.

फेसबुक से मंजीत महाल के गैंग में हुआ शामिल
पूछताछ में रवि खराब ने पुलिस को बताया कि वो मंजीत महाल के गैंग में शामिल होना चाहता था. इसलिए उसने सत्येंद्र भिंडा को फेसबुक के माध्यम से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी. इसके बाद वो उसके संपर्क में आ गया और उससे मुलाकात की. वो सत्येंद्र भिंडा को उसके फेसबुक पेज पर फॉलो करता था. वहां से हुई दोस्ती के चलते उसने रेस्तरां पर गोली चलाने का काम रवि को सौंपा था. रवि ने इसमें अपने दोस्त टिंकू को शामिल कर लिया.

रेस्तरां मालिक को मारना चाहते थे आरोपी
पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया कि रेस्तरां का मालिक 30 लाख रुपये नहीं दे रहा था. इसलिए वो उसकी हत्या का मौका तलाश रहे थे. इस हत्या के जरिये वह इलाके में भय का माहौल बनाना चाहते थे ताकि भविष्य में कोई उन्हें रंगदारी के लिए मना न करे. फिलहाल इनकी गिरफ्तारी से तीन वारदातों को सुलझाने का दावा पुलिस ने किया है. गिरफ्तार किया गया रवि पुलिस या आर्मी में भर्ती होना चाहता था. वहीं टिंकू को बीते जुलाई महीने में बहादुरगढ़ पुलिस ने आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ्तार किया था.

Intro:नई दिल्ली
हरियाणा में रहने वाला रवि मंजीत महाल गैंग से बेहद प्रभावित था और इसका हिस्सा बनना चाहता था. इसलिए उसने मंजीत के गुर्गे सतेंद्र भिंडा को फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी.सतेंद्र ने उसे पहला काम एक रेस्तरां पर गोली चलाने का दिया और मालिक से 30 लाख रुपये की रंगदारी मांगी. रकम नहीं देने पर उसने रवि को रेस्तरां मालिक को मारने के लिए कहा, लेकिन इससे पहले ही वह साथी सहित गिरफ्तार हो गया.


Body:डीसीपी जी. रामगोपाल नायक के अनुसार 11 सितंबर की रात जाफरपुर कलां स्थित एक रेस्टोरेंट पर बाइक सवार बदमाशों ने गोली चलाई थी. यह गोली वहां एक सुंदर नामक ग्राहक को जा लगी थी. इस घटना को लेकर जाफरपुर कला थाने में मामला दर्ज किया गया था. घटना के एक-दो दिन बाद ही रेस्टोरेंट के मालिक को 30 लाख रुपये की रंगदारी के लिए कॉल आने लगी. कॉल करने वाला खुद को गैंगस्टर प्रदीप सोलंकी का भाई सतेंदर उर्फ भिंडा बता रहा था, जो मंजीत महाल का साथी है. इसे लेकर जाफर पुर कला थाने में पीड़ित ने शिकायत दर्ज करवाई थी.


नजफगढ़ से गिरफ्तार हुए मंजीत महाल के गुर्गे
मामले की गंभीरता को देखते हुए क्राइम ब्रांच की एसीपी श्वेता सिंह चौहान की देखरेख में इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह और एसआई कृष्ण की टीम छानबीन में जुटी हुई थी. हाल ही में पुलिस को सूचना मिली कि इस वारदात में सतेंद्र उर्फ भिंडा गैंग के दो युवक शामिल हैं और वह शाम के समय मितराऊं चौक के पास आएंगे. वह रेस्टोरेंट के मालिक की हत्या करने की फिराक में हैं. इस जानकारी पर पुलिस टीम ने शाम के समय नजफगढ़ रोड के पास से टिंकू उर्फ शिवांश और रवि खरब उर्फ सनी दादा को गिरफ्तार कर लिया. तलाशी में इनके पास से एक पिस्तौल और जिंदा कारतूस भी बरामद हुए. इनके पास मौजूद बाइक भी हरियाणा के बादल इलाके से चोरी की गई थी. पुलिस ने इनके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया.


फेसबुक से मंजीत महाल के गैंग में हुआ शामिल
पूछताछ में रवि खराब ने पुलिस को बताया कि वह मंजीत महाल के गैंग में शामिल होना चाहता था. इसलिए उसने सत्येंद्र भिंडा को फेसबुक के माध्यम से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी. इसके बाद वह उसके संपर्क में आ गया और उससे मुलाकात की. वह सत्येंद्र भिंडा को उसके फेसबुक पेज पर फॉलो करता था. वहां से हुई दोस्ती के चलते उसने रेस्तरां पर गोली चलाने का काम रवि को सौंपा था. रवि ने इसमें अपने दोस्त टिंकू को शामिल कर लिया.





Conclusion:कारोबारी को मारना चाहते थे आरोपी
पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया कि रेस्तरां का मालिक 30 लाख रुपये नहीं दे रहा था. इसलिए वह उसकी हत्या का मौका तलाश रहे थे. इस हत्या के जरिये वह इलाके में भय का माहौल बनाना चाहते थे ताकि भविष्य में कोई उन्हें रंगदारी के लिए मना न करे. फिलहाल इनकी गिरफ्तारी से तीन वारदातों को सुलझाने का दावा पुलिस ने किया है. गिरफ्तार किया गया रवि पुलिस या आर्मी में भर्ती होना चाहता था. वही टिंकू को बीते जुलाई महीने में बहादुरगढ़ पुलिस ने आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ्तार किया था.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.