नई दिल्ली: वैक्सीनेशन के अब तक के तीन दिनों में दिल्ली में क्रमशः 53.32 फीसदी, 44.22 फीसदी और 48.75 फीसदी हेल्थ केयर वर्कर्स ने वैक्सीन लगवाया. कुल आंकड़े की बात करें, तो दिल्ली के अब तक वैक्सीनेशन में सिर्फ 49 फीसदी हेल्थ केयर वर्कर्स की भागीदारी हो सकी है. यह आंकड़ा सरकार के लिए कहीं न कहीं चिंता की बात है और इसीलिए इस भागीदारी को बढ़ाने के लिए कोशिशें हो रही हैं.
पहला काउंसलिंग सेशन
दिल्ली सरकार वैक्सीनेशन को लेकर हेल्थ केयर वर्कर्स के मन में आ रही शंका को दूर करने के लिए काउंसलिंग सेशन का आयोजन कर रही है. ऐसा पहला आयोजन दिल्ली स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट में हुआ. यहां करीब 700 हेल्थ केयर वर्कर्स हैं और लगभग सभी ने वैक्सीनेशन के लिए खुद को रजिस्टर कराया है, लेकिन अब तक वैक्सीन लेने वालों का आंकड़ा काफी कम है. लेकिन आज के सेशन के बाद यह संख्या बढ़ने की उम्मीद है.
शंका के समाधान की कोशिश
आज के काउंसलिंग सेशन में दिल्ली स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. बीएल शेरवाल और दिल्ली मेडिकल काउंसिल के अध्यक्ष डॉ. अरुण गुप्ता मौजूद रहे. इन दोनों ने ही वैक्सीन से जुड़े हेल्थ केयर वर्कर्स के सवालों का जवाब दिया और शंका दूर करने की कोशिशें की. इन दोनों के सामने कई सवाल भी आए. इनमें से ज्यादातर सवाल वैक्सीन की सुरक्षा और इससे सामने आ रहे रिएक्शन को लेकर थे.
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कंसेंट फॉर्म को लेकर भी सवाल
एक डॉक्टर ने यह भी सवाल किया कि किन लोगों को वैक्सीन लगाया जाना चाहिए. एक सवाल कंसेंट फॉर्म को लेकर भी था. इस सेशन के बाद तमाम डॉक्टर और हेल्थ केयर वर्कर्स वैक्सीन को लेकर संतुष्ट दिखे और उन्होंने कहा कि वे जरूर वैक्सीन लगवाएंगे. डॉ. अरुण गुप्ता और बीएल शेरवाल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि लोगों के मन में वैक्सीन के प्रति भ्रांतियां थीं, जिन्हें हम दूर करने की कोशिश कर रहे हैं.