नई दिल्ली: हाथरस दुष्कर्म पीड़िता की मौत को लेकर लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर है. पीड़िता को न्याय दिलाने को लेकर देश में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. वहीं रातों-रात पीड़िता का अंतिम संस्कार कर देने के बाद ये प्रदर्शन और उग्र हो गया है. साथ ही इस घटना के बाद से उत्तर प्रदेश सरकार पर कई सवाल उठाए जा रहे हैं. इसी कड़ी में दिल्ली के जहांगीरपुरी और द्वारका इलाके में स्थानीय निवासियों ने कैंडल मार्च निकाला.
द्वारका में कैंडल मार्च
इसी कड़ी में दिल्ली में द्वारका के विपिन गार्डन में वाल्मीकि समाज के युवाओं ने हाथरस गैंगरेप पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग को करते हुए कैंडल मार्च निकाला. प्रदर्शनकारियों ने गैंगरेप के चारों दोषियों को फांसी पर चढ़ाने की मांग की.
भारी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए हैं और पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए नारेबाजी कर रहे हैं. एक प्रदर्शनकारी का कहना है कि गैंगरेप पीड़िता को एम्स अस्पताल में भर्ती कराने की मांग थी. लेकिन उसे सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उसने अपना दम तोड़ दिया. ऐसे में उन सभी की ये मांग है कि सभी चारों दोषियों को जल्द से जल्द फांसी दी जाए.
जहांगीरपुरी इलाके में स्थानीय निवासियों ने कैंडल मार्च निकाला. हाथरस गैंगरेप के आरोपियों के खिलाफ सजा की मांग की. गैंगरेप के आरोपियों के खिलाफ देशभर में लोगों के लोगों में आक्रोश फुटा हुआ है. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि हाथरस की बेटी को जल्द इंसाफ मिलना चाहिए. जिस तरह से बिना परिवार के लोगों को बताए देर रात पीड़िता का अंतिम संस्कार कर दिया गया. ये निंदनीय हैं.
सभी सरकारों को मिलकर बनाना चाहिए कानून
वहीं एक और प्रदर्शनकारी ने मांग की है कि सरकार को ऐसे अपराध के लिए कोई सख्त से सख्त कानून बनाने चाहिए, क्योंकि अक्सर रेप की जघन्य घटनाएं सामने आती रहती है. जिसके चलते देश की महिलाएं डर के साए में जी रही है. इसलिए सभी राज्य सरकार और केंद्र सरकार को मिलकर इस जघन्य अपराध के खिलाफ कोई कठोर से कठोर कानून बनाना चाहिए. जिससे कि ऐसा अपराध करने वाले आरोपियों की जल्द से जल्द सजा मिल सके.
हाथरस गैंगरेप पीड़िता की मृत्यु के बाद द्वारका, जहांगीरपुरी ही नहीं देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं. जिसमें मांग की जा रही है कि गैंगरेप दोषियों को जल्द से जल्द फांसी दी जाए. साथ ही सरकार कोई ऐसा सख्त कानून बनाए. जिससे कि रेप की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके.