नई दिल्ली: देश के 62 छावनी बोर्डों के पार्षदों का आज 6 साल के बाद कार्यकाल खत्म हो गया है. वहीं छावनी बोर्ड की पार्षद प्रियंका चौधरी ने अपने चैंबर को खाली कर दिया है. केन्द्र सरकार ने केंटोनमेंट बोर्ड के साल 2006 के नियम तहत 2019 के बाद 6 महीने के लिऐ बढ़ा दिए थे. इस बीच मे चुनाव नहीं हुए. केंद्र सरकार ने फिर से दूसरी बार 6 महीने के लिए पार्षदों कार्यकाल बढ़ा दिया था. आज शाम को 6 साल के बाद सभी पार्षदों का कार्यकाल खत्म हो गया है.
चुनाव को पूरे हुए पांच साल
दिल्ली कैंट वार्ड नंबर-8 से भाजपा पार्षद प्रियंका चौधरी ने ईटीवी भारत को बताया की छावनी बोर्ड में पार्षदों के चुनाव 11 जनवरी 2015 को हुए थे. 5 साल पूरे भी हो गए थे, लेकिन केन्द्र सरकार ने कैंटोनमेंट बोर्ड के 2006 एक्ट के तहत अगर चुनाव नहीं होते है, तो 6 महीने के लिए ग्रेस के तौर पर बढ़ाते है.
दिल्ली छावनी बोर्ड की मेंबर पार्षद प्रियंका चौधरी ने अपने बोर्ड चैंबर को खाली कर दिया है. प्रियंका चौधरी ने बताया कि पार्षद तौर पर जनता की सेवा की है. वार्ड नंबर-8 के हर विकास कार्य किये हैं. जनता के बीच में रहकर आज से अपने घर से अपने खुद के ऑफिस से कार्य करते रहेंगे बोर्ड अधिकारियों ने 6 साल तक एक अच्छा साथ दिया है.