नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने वर्दी को शर्मसार करने वाले 2 आरोपी कॉन्स्टेबल को निलंबित कर गिरफ्तार कर लिया गया है. जबकि तीसरे आरोपी की तलाश की जा रही है. इन तीनों पुलिसकर्मी मिलकर एक गैंग चलाते थे, जो अपहरण और फिरौती की वारदातों को अंजाम दिया करते थे. इनके द्वारा अब तक 2 दर्जन वारदात करने का आरोप है.
इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सुमित और प्रमोद के रूप में हुई है, जबकि तीसरे आरोपी मंजीत की तलाश जारी है. पुलिस को दी गयी शिकायत में टैंक रोड स्थित जींस के व्यवसायी अशोक कुमार ने बताया कि 27 अगस्त को कॉन्स्टेबल सुमित, प्रमोद और मंजीत ने खुद को ट्रेडमार्क विभाग का कर्मचारी बताते हुए गाड़ी में बिठा लिया.
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व्यवसायी अशोक कुमार का आरोप है कि तीनों कॉन्स्टेबल ने उस पर ब्रांडेड कंपनी के नाम पर नकली माल बेचने का आरोप लगाया, फिर मुझे गाड़ी में बिठा कर इधर-उधर घुमाया और मामले को रफा-दफा करने के नाम पर 5 लाख रुपये की मांग की. पीड़ित ने कहा कि उसने उन्हें 3 लाख रुपये दे कर उन से अपना पीछा छुड़ाया. बाद में प्रसाद नगर थाने में उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. जिसके बाद पुलिस ने अपहरण, फिरौती और अन्य धाराओं में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी.
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मामले की जांच में जुटी पुलिस को 3 सितंबर को एक मोबाइल व्यवसायी के अपहरण का पता चला जिसमें आरोपियों ने पीड़ित से 4 लाख रुपये की फिरौती वसूली. पीड़ित मोबाइल व्यवसायी की शिकायत पर डीबीजी रोड पुलिस ने भी अपहरण, फिरौती जैसे मामले आरोपी के खिलाफ दर्ज कर जांच में जुट गई और सीसीटीव फुटेज के आधार पर दो आरोपियों को दबोच लिया.
आरोपियों द्वारा इस तरह के 24 मामलों को अंजाम दिए जाने का पता चला है. फिलहाल पुलिस दोनों को गिरफ्तार कर आगे की जांच में जुट गई है और साथ ही तीसरे आरोपी की तलाश कर रही है.