नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा में अवैध पार्किंग के कारण हो रहे हादसों से परेशान ग्रामीणों ने रविवार को प्रदर्शन किया. लोगों ने लुहारली टोल प्लाजा प्रबंधक व पुलिस से मामले की शिकायत की. ग्रामीणों ने बताया कि यहां पर अवैध पार्किंग के कारण खड़े ट्रैकों से कई हादसे हो चुके हैं. कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. लोगों ने इन अवैध पार्किंगों को बंद करने को लेकर टोल प्रबंधक को ज्ञापन सौंपा है.
दरअसल, नेशनल हाईवे 91/34 पर सेथली और नगला गांव के पास रिलायंस और अल्ट्राटेक की अवैध पार्किंग बनी हुई है. यहां बड़े-बड़े कंटेनर व ट्रक सड़क पर ही खड़े रहते हैं. सेथली ग्राम प्रधान पति ने बताया कि रिलायंस और अल्ट्राटेक की बनी अवैध पार्किगों के ट्रक ज्यादातर हाईवे पर खड़े होते हैं, जिससे वहां पर निकलने की जगह कम रहती है. यही वजह है कि आए दिन हादसे होते हैं. अभी 24 अगस्त को एक बाइक सवार युवक की पार्किंग गेट पर ही हादसे के कारण जान चली गई.
सचिन भाटी ने बताया कि सेथली और नगला गांव के लिए कोई अंडरपास नहीं है. जब इस बारे में उन्होंने एनएचएआई के अधिकारियों से शिकायत की गई तो उन्होंने बताया कि तेल मील के पास अंडरपास दिया गया है. सचिन ने बताया कि उस अंडरपास से निकलने में लोगों को काफी दिक्कत होती हैं, इसलिए गांव के पास अंडरपास बनाने की मांग की है.
ट्रैकों से सड़क पर जमा होती है मिट्टी: सचिन भाटी ने बताया कि अल्ट्राटेक और रिलायंस की अवैध पार्किंग से जब गाड़ियां निकलकर हाईवे पर चढ़ती है तो उनके साथ भारी मात्रा में मिट्टी आती है. वह मिट्टी सड़क पर फैल जाती है. गाड़ियों के साथ आने वाली मिट्टी और बजरी (पत्थर के टुकड़े) से सड़क पर निकलना मुश्किल हो रहा है. इसी के कारण हादसे होते हैं, इन्हीं समस्याओं से परेशान ग्रामीणों ने इन दोनों अवैध पार्किंग को बंद करने की मांग की है.
टोल प्रबंधन व पुलिस पर मिलीभगत का आरोप: प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बताया कि इन अवैध पार्किंग को लेकर कई बार पुलिस व प्रशासन से शिकायत की. साथ ही ग्रामीणों ने टोल प्रबंधक से भी कई बार इसकी शिकायत की है. लेकिन शिकायतों के बाद भी आज तक इन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. ग्रामीणों ने पुलिस और टोल प्रबंधक पर मिली भगत का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि अवैध पार्किंग को चलाने में पुलिस और टोल प्रबंधक की मिली भगत है, जिसके कारण इन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.
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