नई दिल्ली: दिल्ली में अनाज के बर्बादी की तस्वीर लगातार सामने आ रही हैं. इसी क्रम में आज बदरपुर विधानसभा के मीठापुर के स्कूल में लगभग 26 हजार किलो आनाज बर्बाद हो गया है. स्कूल में अनाज की बर्बादी को लेकर दक्षिणी दिल्ली सांसद रमेश बिधूड़ी मीठापुर के स्कूल में पहुंचकर इसका खुलासा किया.
सड़ रहा गरीबों के हक का अनाज
मीठापुर स्थित सरकारी स्कूल के अंदर राशन की किट रखी गई है, जिसमें गरीबों के राहत के लिए गेहूं-चावल के समेत खाने-पीने की कई चीजें मौजूद हैं. लेकिन ये गरीबों को मिलने की बजाय सड़ रही हैं. इसका खुलासा तब हुआ जब दक्षिण दिल्ली के सांसद रमेश बिधूड़ी अपनी पूरी टीम के साथ स्कूल में धावा बोला. इस दौरान स्कूल के कई कमरे अनाज की बोरियों से भरे हुए थे. पिछले 1 साल से यह अनाज की बोरियां इस स्कूल में बंद हैं, गेहूं और चावल बिल्कुल सड़ा हुआ था, जिसे इंसान तो दूर जानवर के खाने के लायक भी नहीं है.
सांसद ने लगाया घोटाले का आरोप
स्कूलों के अंदर अनाज की बर्बादी की ऐसी ही तस्वीर एक के बाद एक दिल्ली के अलग-अलग इलाकों से सामने आ रही हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि यह अनाज कहां से आया और इसे यहां बर्बाद होने के लिए क्यों रखा गया है. सांसद का आरोप है कि सारा अनाज प्रधानमंत्री राहत कोष से दिल्ली सरकार को पिछले साल गरीबों में बांटने के लिए दिया गया था, लेकिन दिल्ली सरकार इन अनाजों को लेकर बड़ा घोटाला कर रही है. जो अनाज गरीब के घरों में जाना चाहिए, उस अनाज को सड़ाकर दिल्ली सरकार शराब की कंपनियों को अवैध तरीके से बेचने की कोशिश में है.
'अनाज की बर्बादी पर सरकार की चुप्पी'
उन्होंने कहा कि इतनी बर्बादी को लेकर अभी तक दिल्ली की सरकार चुप्पी साधे हुए हैं. सरकार के किसी भी प्रतिनिधि ने सामने आकर इस अनाज के बारे में नहीं बताया कि यह अनाज आखिर में कहां से आया और जो बर्बाद हुआ है इसके पीछे कौन दोषी है. स्थानीय सांसद ने यह मांग कि है कि दिल्ली सरकार और लेफ्टिनेंट गवर्नर इस पूरे घोटाले को लेकर जांच करें और अनाज के इस बर्बादी को लेकर जितने भी लोग जिम्मेदार हैं उनके खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए.