नई दिल्ली: राजधानी में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच कई कोरोना योद्धाओं की जान भी चली गई, उनमें से साउथ दिल्ली एमसीडी में कार्यरत दलीप नाम के एक सफाई कर्मचारी की मौत 2 जून को हो गई थी. उनकी मौत के बाद परिवार के सामने जीवन यापन का संकट खड़ा हो गया था. ऐसे में एसडीएमसी की चेयर पर्सन ने मृतक दलीप के बेटे अर्जुन को नौकरी के लिए नियुक्त पत्र और मुआवजे के रूप में 10 लाख रुपये दिए हैं.
नंदिता शर्मा ने की मदद
कोरोना काल में दिलीप वार्ड नंबर 74 दक्षिणपुरी में काम कर रहे थे. इसी दौरान उन्हें कोरोना हो गया था. जिसके चलते 2 जून को उनकी मौत हो गई थी. जानकारी के मुताबिक दिलीप कुमार घर में अकेले कमाने वाले थे और उनकी मौत के बाद परिवार का खर्चा देखने वाला कोई नहीं था. जब इस बात की जानकारी एसडीएमसी की चेयर पर्सन नंदिनी शर्मा को हुई तो उन्होंने मेयर अनामिका सिंह से बात करने के बाद मृतक दलीप के बेटे अर्जुन को नौकरी के लिए नियुक्त पत्र और मुआवजे के रूप में 10 लाख रुपये दिए.
कोरोना योद्धाओं को शहीद का दर्जा
नंदिनी शर्मा का कहना है कि कोरोना काल में जब हर कोई अपने घरों में था तो एमसीडी कर्मचारी अपनी जान की बाजी लगा करके आम जनता की सेवा कर रहे थे. जिसमें कुछ कोरोना योद्धाओं की मौत हो गई, जिन्हें एमसीडी शहीद का दर्जा दे रही है.